हरियाणा के राज्यपाल ने आईसीएआई की 2 दिवसीय कार्यशाला "परचम" का किया उद्घाटन
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत तेजी से आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है और शीघ्र ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) को भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना योगदान देना चाहिए। राज्यपाल गुरूग्राम विश्वविद्यालय के सभागार में भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला "परचम" के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी का पेशा ईमानदारी और विश्वसनीयता पर आधारित होना चाहिए। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट व्यवसायों को सही रास्ते पर ले जाता है, जिससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ती है। उन्होंने देश और राज्य से भ्रष्टाचार को खत्म करने की जरूरत पर भी जोर दिया और कहा कि तभी हम प्रगति हासिल कर सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश का कर राजस्व जितना अधिक होगा, हम अपने नागरिकों के कल्याण के लिए उतना ही अधिक काम कर पाएंगे।
सीए छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हालांकि धन का अपना महत्व है, लेकिन ज्ञान कहीं अधिक मूल्यवान है। उन्होंने छात्रों से ज्ञान की खोज को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। कार्यशाला के दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारत की आजादी के समय देश में केवल 1,700 चार्टर्ड अकाउंटेंट थे, जिनकी संख्या अब 60 लाख से अधिक हो गई है। यह युवाओं के बीच करियर के रूप में चार्टर्ड अकाउंटेंसी की लोकप्रियता को दर्शाता है।
अकेले गुरुग्राम जिले में 25,000 से अधिक छात्र सीए की पढ़ाई कर रहे हैं और 14,000 सीए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इसके अलावा, कार्यशाला के दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और आईसीएआई के अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यशाला के दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजीव कुमार व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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