हरियाणा की छोरी ने किया कमाल, आज मेडल पर निशाना साधेगी म्हारी मनु, हरियाणा की बेटी से देश को उम्मीद
एमएच वन ब्यूरो, चंडीगढ़:
पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजी से बेहतरीन खबर आई है। मनु भाकर ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते 10 मीटर महिला एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया। 22 साल की भाकर ने क्वालीफिकेशन में 580 का स्कोर करके तीसरा स्थान हासिल किया है। इसमें हंगरी की निशानेबाज वेरोनिका मेजर 582 के स्कोर के साथ शीर्ष पर रही। इस स्पर्धा में चुनौती पेश कर रही रिदम सांगवान 573 के स्कोर के साथ 15वें स्थान पर रहीं।
भाकर अपने शानदार प्रदर्शन से तीन साल पहले तोक्यो ओलंपिक की निराशा को पीछे छोड़ने में सफल रहीं। तोक्यो में पिस्टल में खराबी के कारण उनका अभियान आगे नहीं बढ़ पाया था, जिससे वह भावुक हो गई थीं। हरियाणा की यह निशानेबाज शुरुआती दो सीरीज में 97-97 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर थीं। इस दौरान रिदम 26वें स्थान पर खिसक गईं। भाकर तीसरी सीरीज में 98 के स्कोर के साथ शीर्ष दो में पहुंच गईं। उन्होंने पांचवीं सीरीज में एक आठ अंक का निशाना लगाया लेकिन वह इसके बाद सटीक निशाने से वापसी करने में सफल रहीं और तीसरे स्थान पर रहीं।
परिजनों को स्वर्ण की उम्मीद
पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के फाइनल में पहुंचने पर परिवार और गोरिया क्षेत्र में खुशी का माहौल है। मनु भाकर मेडल के लिए आज निशाना लगाएंगी। परिजनों को पूरी उम्मीद है कि उनकी बेटी इस बार स्वर्ण पदक पर ही निशाना साधेगी। पिता रामकिशन भाकर व मां सुमेधा भाकर को पूरी उम्मीद है कि इस बार मनु भाकर विदेशी सर जमीन पर तिरंगा लहराएंगी और स्वर्ण पदक जीतेगी।
पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनी
परिजनों का दावा है कि मनु 20 वर्षों में किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली वे पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई हैं। पिछली बार सुमा शिरूर एथेंस 2004 में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में पहुंची थी। 27 शॉट्स इनर सर्किल लगाने वाली पहली इकलौती खिलाड़ी है। भारतीय शूटर्स मनु भाकर के पास आज मेडल जीतने का सबसे बेहतरीन मौका है।
मनु का उपलब्धि भरा सफर
मनु का खेल सफर उपलब्धियों भरा है। साल 2017 में मनु ने केरल में नेशनल चैंपियनशिप में नौ स्वर्ण पदक जीतकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया इसी वर्ष एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में भाकर ने रजत पदक अपने नाम किया। मैक्सिको के गुआदालाजरा में 2018 अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट शूटिंग वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर पिस्टल फ़ाइनल में, भाकर ने दो बार के चैंपियन अलेजांद्रा ज़वाला को हराया। इस जीत से वे वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बन गईं।
2018 में आईएसएसएफ़ जूनियर विश्व कप में भी डबल स्वर्ण जीता उसी वर्ष, 16 साल की उम्र में उन्होंने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, अपने स्कोर के साथ साथ उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित कर किया। मई 2019 में, मनु ने म्यूनिख आईएसएसएफ़ विश्व कप में चौथे स्थान पर रहने के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 2021 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया अगस्त 2020 में मनु भाकर को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। मन्नू भाकर को मां के हाथ का खीर चूरमा उन्हें बहुत पसंद है।
दोपहर 3.30 बजे होगा मनु भाकर का मुकाबला
10 मीटर एयर पिस्टल महिला इवेंट में भारत की मनु भाकर फाइनल में प्रवेश कर गई हैं। वह तीसरे स्थान पर रहीं। आज फाइनल के मुकाबले खेले जाएंगे। मनु भाकर भारतीय समय के अनुसार दोपहर साढ़े तीन बजे मेडल के लिए निशाना लगाएंगी।
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