विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे हार्दिक पांड्या, वनडे में गेंदबाजी फिटनेस पर होगी नजर: बीसीसीआई अधिकारी

Jul 21, 2024 - 11:08
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विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे हार्दिक पांड्या, वनडे में गेंदबाजी फिटनेस पर होगी नजर: बीसीसीआई अधिकारी
विजय हजारे ट्रॉफी में खेलेंगे हार्दिक पांड्या, वनडे में गेंदबाजी फिटनेस पर होगी नजर: बीसीसीआई अधिकारी
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अगले साल फरवरी में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अब केवल 6 वनडे मैच ही शेष रह गए हैं, ऐसे में हार्दिक पांड्या की वनडे क्रिकेट में लगातार गेंदबाजी करने की क्षमता भारतीय टीम प्रबंधन के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गई है।

हार्दिक पंड्या ने निजी कारणों से श्रीलंका में होने वाली 3 मैचों की वनडे सीरीज से बाहर होने का फैसला किया है। लेकिन बीसीसीआई के सूत्रों ने कहा कि अगले कुछ महीनों में घरेलू टूर्नामेंटों में उनकी फिटनेस, खासकर उनकी गेंदबाजी पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

बीसीसीआई के एक सूत्र ने मीडिया को बताया कि 50 ओवर के प्रारूप की मांग की तुलना में टी20 में सिर्फ 4 ओवर गेंदबाजी करना एक अलग चुनौती है। हार्दिक को चोट लगने के बाद से लंबे स्पैल में नहीं आजमाया गया है। चयनकर्ता इस साल के अंत में विजय हजारे ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन पर नज़र रखेंगे ताकि उनकी गेंदबाजी फिटनेस का पता लगाया जा सके। 

हार्दिक की फिटनेस चिंता का विषय

हार्दिक पंड्या की गेंदबाजी की कमियों ने हाल ही में चयन समिति द्वारा उन्हें नेतृत्व के पदों के लिए नजरअंदाज करने के फैसले में भूमिका निभाई। उनकी उपलब्धता अनिश्चित होने के कारण, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और मुख्य कोच गौतम गंभीर की अगुआई वाली समिति उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपने में हिचकिचा रही है।

इसी कारण श्रीलंका श्रृंखला के लिए सूर्यकुमार यादव को टी20 कप्तान और हार्दिक की जगह शुभमन गिल को नया वनडे उप-कप्तान नियुक्त किया गया है। सूत्र ने हार्दिक की बल्लेबाजी को लेकर भी चिंता जताई। 

उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि उनकी बल्लेबाजी में विस्फोटकता कम हो गई है। हालांकि उन्होंने टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी असली कीमत उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में प्रभावी ढंग से खेलने की क्षमता में निहित है। 

उन्होंने आखिरी बार पिछले साल विश्व कप के दौरान एकदिवसीय मैच खेला था, जहां उन्हें चोट लग गई थी। इसका मतलब है कि वे एक साल से अधिक समय तक एकदिवसीय मैचों से दूर रह सकते हैं। उनके कार्यभार को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना महत्वपूर्ण होगा। 

चोटों से भरा है हार्दिक का करियर 

हार्दिक पांड्या का क्रिकेट करियर चोटों से भरा रहा है, अक्सर उनकी वापसी प्रमुख ICC टूर्नामेंटों के साथ होती है। विशेष रूप से, उन्हें पूरी गति से गेंदबाजी करने में असमर्थता के कारण 2021 विश्व कप के बाद टी20 सेटअप से बाहर कर दिया गया था।

चैंपियंस ट्रॉफी की ओर बढ़ते समय के साथ, हार्दिक पंड्या को घरेलू क्रिकेट में बहुत कुछ साबित करना है। विजय हजारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी, जो भारत की वनडे टीम में उनकी जगह और भविष्य में संभावित रूप से उनकी नेतृत्व आकांक्षाओं को निर्धारित करेगी।

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