कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में दो जवान शहीद
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल देर रात आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई भीषण गोलीबारी में सेना के चार जवान घायल हो गए। हालांकि, घायल हुए चार सैन्यकर्मियों में से दो जवान शहीद हो गए।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बल पिछले नौ दिनों से आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान चला रहे हैं। जानकारी के अनुसार, कुलगाम में रात भर हुई गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए हैं। जबकि कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। आतंकियों के खिलाफ सेना का अभियान जारी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल देर रात आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई भीषण गोलीबारी में सेना के चार जवान घायल हो गए। हालांकि, घायल हुए चार सैन्यकर्मियों में से दो जवान शहीद हो गए।
चिनार कोर ने एक्स पर किया पोस्ट
कुलगाम में ऑपरेशन अखल के बारे में, भारतीय सेना की चिनार कोर ने X पर पोस्ट किया, 'चिनार कोर राष्ट्र के लिए अपना कर्तव्य निभाते हुए वीर लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। उनका साहस और समर्पण हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करती है।'
गौरतलब है कि यह ऑपरेशन घाटी में सबसे लंबा चलने वाला ऑपरेशन है, जो नौवें दिन भी जारी है। मुठभेड़ की पहली रात एक आतंकवादी मारा गया और चार सैन्यकर्मी घायल हुए। अधिकारियों ने बताया कि चूँकि यह एक विशाल और घना वन क्षेत्र है, इसलिए यह ऑपरेशन लंबा चल सकता है।
घने जंगल में चल रहा ऑपरेशन
गौरतलब है कि जिस इलाके में आतंकी छिपे हैं, वह दुर्गम है। यहां घने जंगल, प्राकृतिक गुफाएं, पहाड़, चारागाह और खानाबदोश समुदायों के डेरे हैं। क्योंकि रास्ता बेहद दुर्गम है। इसलिए सेना को यहां ऑपरेशन जारी रखने में कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। खबर है कि जंगल में कम से कम आठ आतंकी मौजूद हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग जगहों पर मोर्चा संभाल रखा है। यहां सुबह भी गोलीबारी हुई है। इस बीच, ऑपरेशन के चलते वन क्षेत्र में रहने वाले कुछ लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।
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