नवजोत सिद्धू ने जारी किया Diet Plan, उनकी पत्नी ने इसे किया फॉलो और दी बीमारी को मात

इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर उनके लिए भगवान की तरह हैं और डॉक्टरों का इलाज सबसे ज्यादा मायने रखता है। सिद्धू ने कहा कि डाइट बनाने में मेरा कोई योगदान नहीं है, यह सिर्फ डॉक्टरों का ऑब्जर्वेशन है।

Nov 25, 2024 - 17:18
Nov 25, 2024 - 17:20
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नवजोत सिद्धू ने जारी किया Diet Plan, उनकी पत्नी ने इसे किया फॉलो और दी बीमारी को मात
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पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पत्नी के कैंसर के इलाज को लेकर दिए गए बयान को लेकर सुर्खियों में हैं, नवजोत सिंह सिद्धू ने पहले अपनी पत्नी डॉ. नवजोत कौर का आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज करने के बयान पर यू-टर्न लिया। अब उन्होंने अपनी पत्नी के कैंसर के इलाज के लिए डाइट प्लान जारी किया है, सिद्धू ने दावा किया है कि उन्होंने इसी डाइट प्लान के जरिए अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के कैंसर का इलाज किया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर उनके लिए भगवान की तरह हैं और डॉक्टरों का इलाज सबसे ज्यादा मायने रखता है। सिद्धू ने कहा कि डाइट बनाने में मेरा कोई योगदान नहीं है, यह सिर्फ डॉक्टरों का ऑब्जर्वेशन है।

डाइट प्लान

  • रोजाना कम से कम शुद्ध 7-8 गिलास पानी पीन का आदत डालें ताकि रिकवरी में मदद मिले।
  • सामान्य चाय के बजाय इलायची, तुलसी, पुदीना, अदरक, दालचीनी और काढ़े का सेवन करें।
  • रात के खाने और नाश्ते के बीच कम से कम 12-17 घंटे का अंतर रखें। रात खाना सूर्यस्त से पहले, अगले दिन नाश्ता सुबह 10 बजे के से शुरूआत करें। 
  • सुबह गर्मा पानी, नींबू का रस और एक चम्मच सेब का सिरका के सवेन से शुरूआत करें। इसके अलावा कच्ची लहसून के 2 टुकड़ों को भी साथ में खाए। इसके बाद कच्ची हल्दी और 9 से 10 से 10 नीम के पच्चे का सेवन करें। हो सके तो इनका काढ़ा भी बना सकते हैं।
  • शहतूत, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी या अनार जैसे फल, गाजर, चुकंदर और आंवले का रस, एक चम्मच सभी बीज (कद्दू के बीच, सफेद तिल,  सूरजमुखी के बीच व अलसी/चिया सीड्स) का सेवन करें।
  • 3 टुकड़े अखरोट, 2 टुकड़े ब्राजील नट्स या बादाम (सभी को रात में भिगोना चाहिए का सेवन करें। स्नैकिंग में मखाना (सेंधा नमक के साथ) और स्वस्थ्य फैट्स के लिए नारियल मलाई या एवोकाडो का सेवन करें।
  • दोपहर में सफेद पेठा का रसम या संतरे, हलदी और अदरक का जूस या अदरक, खीरा और अनानस का जूस या घिया का जूस का सेवन करें।
  • दिन में एक बार हनुमान फल का हरसिंगार का काढ़ा का सेवन करें।
  • शरीर के वजन के 1 प्रतिशत के बराबर सलाद का सेवन करें (उदाहरण के लिए 70 किलो के लिए 700 ग्राम) जिसमें टमाटर, पालक, मशरूम, गाजर, प्याज, मूली, चुकंदर, खीरा, शकरकंद, एवोकाडो, ब्रोकली, हरी बीन्स, लाल हरी पीली शिमला मिर्च शामल हो (कच्चे संयोजन में से कोई भी 4-5, चुकंदर/शकरकंद को पकाया जाना चाहिए)। 
  • पक्के हुए भोजन का सीमित सेवन-2 पक्की हुई सब्जियां या 1 पक्की हुई सब्जी और दालें या चन्ना या राजमा 1 से अधिकसर्विंग (कटोरी) नहीं, यदि सेवन किया जाता तो उन्हें रातभर भिगोना चाहिए।
  • दिन में कभी भी खासकर अंतिम भोजन के बाद, गुनगुने पानी के साथ 2 चम्मच इसपगोल का सेवन जरूरी है।
  • कैंसर की जीवन रेखा खाद्य पदार्थों का पूर्ण निष्कासन-रिफाइंड कार्ब्स, रिफाइंड चीनी, रिफाइंड तेल, दूध उत्पाद और किसी भी प्रकार के पैक्ड भोजन का सेवन न करें।
  • उपयोग किए जाने वाले तेल कोल्ड प्रेस्ड नारियल तेल/कोल्ड प्रेस्ड सरसो का तेल (कच्ची घानी)/कोल्ड प्रेस्ड जैतून का तेल-कभी भी रिफाइंड तेल का सेवन नहीं।
  • चपाती/रोटी केवल क्विनोआ आटे/बादाम के आटे/सिंघारा आटा से तैयार की जानी चाहिए, उबला हुआ क्विनोआ, चावल का सबसे अच्छा विकल्प है।
  • दूध उत्पादों को घर के बने बादाम के दूध/नारियल के दूध/नारियल दही से बदलें। 
  • कभी-कभी करेले के रस का सेवन संतरे/चकोत्रा के साथ जूस बनाकर करें।
  • नियमित रूप से 50 से 70 ग्राम हरी पत्तियों का सेवन करना महत्वपूर्ण है। पालक/नीम/कड़ी पत्ते/लेट्यूस/धनिया/पुदीने के पत्ते/मूली के पत्ते/चुकंदर के पत्ते/किसी भी सलाद के पत्ते जिन्हें हरा रक्त कहा जाता है। 
  • किसी भी तरह के सोडा या कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें और सफेद नमक को सेंधा नमक में बदलें।
  • किसी भी रूप में नियमित रूप से व्यायाम करें, चलना/योग या कुछ भी करें क्योंकि यह शरीर की बेहतरी के लिए उपचारात्मक दवा है।
  • परिवार और दोस्तों से निरंतर प्रेरणा और प्यार के साथ सकारात्मक मानसिकता अडिग इच्छा शक्ति के लिए प्रोत्साहन होगी।
  • सभी फलों और सब्जियों को बेकिंग सोडा से धोने और फिर एक चुटकी नमक के साथ पानी से धोने के बाद सेवन करें (यह कीटनाशकों को हटाने में मदद करेगा)।
  • मीठे के लिए खजूर कभी-कभी खाया जा सका है, लेकिन बिना किसी चीनी की कोटिंग के क्योंकि खजूर का ग्लाइसेमिकइंडेक्स कम होता है।

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