कुदरत का अनोखा करिश्मा : जुडव़ा पैदा हुई दो बहनों में हाथ-पैर और सिर अलग, लेकिन दोनों में धड़क रहा एक दिल

हरियाणा के अंबाला में एक अनोखा और दुलर्भ मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया है। पैदा हुई दोनों जुड़वां बच्चियों के सिर, मुंह, हाथ और पैर अलग है, लेकिन दोनों के दिल और धड़कन एक ही है।

Jul 13, 2024 - 16:18
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कुदरत का अनोखा करिश्मा : जुडव़ा पैदा हुई दो बहनों में हाथ-पैर और सिर अलग, लेकिन दोनों में धड़क रहा एक दिल
कुदरत का अनोखा करिश्मा : जुडव़ा पैदा हुई दो बहनों में हाथ-पैर और सिर अलग, लेकिन दोनों में धड़क रहा एक दिल

सज्जन कुमार, पंचकूला : हरियाणा के अंबाला में एक अनोखा और दुलर्भ मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया है। पैदा हुई दोनों जुड़वां बच्चियों के सिर, मुंह, हाथ और पैर अलग है, लेकिन दोनों के दिल और धड़कन एक ही है। यह अनोखा मामला अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल में आया है। छावनी के हुड्डा सेक्टर-34 में किराये पर रहने वाली शकुंतला के गर्भ में पल रही दो बच्चियां जुड़वा लग रही थी, लेकिन डिलिवरी के बाद डाक्टरों ने उन्हें बाहर निकाला तो दोनों बच्चियों की छाती, पेट जुड़े हुए थे। यह देख डाक्टरों की टीम भी हैरान रह गई। डॉक्टरों के मुताबिक अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट से पता चला था कि दोनों बच्चियों का एक ही दिल है। डॉक्टरों ने बच्चियों को पहले तो निक्कू वार्ड में रखा। बिगड़ती हालत को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया था, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोबारा अंबाला ही रेफर कर दिया। फिलहाल दोनों बच्चियां स्वस्थ हैं। डॉक्टरों की मानें तो यह दुनिया में गिने-चुने मामलों में से एक है।

अंबाला-चंडीगढ़ के चक्कर में उलझे परिजन घर लौटे

महिला शकुंतला के पति चुनचुन का कहना है कि वह मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर गांव का रहने वाला है और शटरिंग का काम करता है। फिलहाल हुड्डा के सेक्टर-34 में किराये के मकान में रहता है। पहले दो बच्चे हैं एक बेटा व बेटी। प्रसव पीड़ा उठने पर पत्नी को अस्पताल ले गए थे। जन्म के बाद छाती से जुड़ी दोनों बच्चियों को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया था, लेकिन वहां किसी ने नहीं देखा। उल्टा उन्हें वहां से वापस अंबाला लौटा दिया। वह छावनी नागरिक अस्पताल आए तो शुक्रवार दोपहर 12 बजे वापस चंडीगढ़ रेफर कर दिया। वहां दाखिल करने की जगह उन्हें वापस अंबाला भेज दिया। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे फिर चंडीगढ़ रेफर कर दिया। आखिर में परिजन बच्चियों को घर ही ले गए।

बच्चियों को देखने वालों का लगा तांता

छाती से जुड़ी जुड़वा बच्चियों को अस्पताल में देखने वालों का तांता लगा रहा। मरीज व तीमारदार भी बच्चियों को देख रहे थे। इसके अलावा परिजन दोनों बच्चियों को अपने साथ घर ले गए थे वहां भी स्थानीय लोग जमा हो गए। बच्ची के पिता चुनचुन का कहना है कि बच्ची अभी पूरी तरह से स्वस्थ है। सो रही है और थोड़ा सा दूध भी पिया था। रो भी रही है। डॉक्टरों ने मना कर दिया है लेकिन वह दोनों बच्चियों की आखिरी सांस तक सेवा करेंगे।

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