पंजाबी महासभा के अध्यक्ष अशोक मेहता ने विधानसभा चुनाव में मांगी 26 सीटों की टिकट, 1991 में थे कौम के 17 मंत्री
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल जनता के साथ सामाजिक संगठनों को भी अपनी ओर करने की जुगत मे लगा है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल जनता के साथ सामाजिक संगठनों को भी अपनी ओर करने की जुगत मे लगा है। इसी बीच पंजाबी महासभा के अध्यक्ष अशोक मेहता ने कांग्रेस से लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी पंजाबी समुदाय को अधिक से अधिक सीट देने की मांग की। उन्होंने कहा कि पंजाबी एक मार्शल कौम है और पाकिस्तान से यहां आने के बाद देश और प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे संसार में अपनी मेहनत के दम पर नाम कमाया है। उनकी कौम ने बिना किसी लालच और पारितोषिक के अनेक बलिदान दिए है। यहीं कारण है कि आज पंजाबी कौम समाज के हर वर्ग में आगे है।
25 से 26 विधानसभा क्षेत्रों में दबदबा
अशोक मेहता ने बताया कि हरियाणा की 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। इन इलाकों में उनकी बिरादरी के प्रत्याशी जीतते रहे हैं और आज भी जीत सकते हैं। 1991 में चौधरी भजनलाल के शासन काल में हरियाणा सरकार में 17 मंत्री अकेले पंजाबी समुदाय के थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम और करनाल से पंजाबी समुदाय के व्यक्ति को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस का आभार जताते हुए कहा कि विधानसभा के उप चुनाव में भी कांग्रेस ने उनकी कौम के सरदार त्रिलोचन सिंह को टिकट दिया था। इसीलिए वह लोग कांग्रेस के साथ हैं।
‘रोजगार मिलेगा तो बाहर नहीं जाएंगे बच्चें’
पंजाबी समुदाय के बच्चों के विदेश जाने को लेकर अशोक मेहता ने बताया कि हरियाणा में रोजगार नाम की चीज नहीं है। बेरोजगारी के कारण बच्चे बाहर जाने को मजबूर है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि हरियाणा में सेक्शन 2 लाख सरकारी नौकरियां खाली पड़ी है, जिन्हें सत्ता में आने पर वह भरने का काम करेंगे। यदि उनके बच्चों को यहां रोजगार मिले तो वह बाहर नहीं जाएंगे।
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