सरकार की ये योजना बना सकती है करोड़पति ! जानें कैसे

इस योजना का उद्देश्य 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) खाता खोलना है, जिससे माता-पिता उनके भविष्य के लिए बड़ी राशि बचा सकें।

Sep 21, 2024 - 16:47
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सरकार की ये योजना बना सकती है करोड़पति ! जानें कैसे

केंद्र सरकार ने हाल ही में NPS वात्सल्य योजना शुरू की है, जिसे बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बनाया गया है। इस योजना का उद्देश्य 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) खाता खोलना है, जिससे माता-पिता उनके भविष्य के लिए बड़ी राशि बचा सकें।

NPS वात्सल्य योजना की विशेषताएँ

NPS वात्सल्य योजना के तहत, माता-पिता अपने बच्चे के नाम पर न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। यह योजना बच्चों के वित्तीय भविष्य को मजबूत करने के लिए बनाई गई है। यहाँ कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं:

1. निवेश राशि: माता-पिता न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश कर सकते हैं, और निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। इस तरह, आप अपनी क्षमता के अनुसार राशि जोड़ सकते हैं।

2. निवेश अवधि: बच्चे का खाता कम से कम 3 साल पुराना होना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि पैसे को उचित समय मिले।

3. निकासी नियम: जब बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है, तो अभिभावक इस योजना से 25 प्रतिशत राशि निकाल सकते हैं, खासकर शिक्षा या चिकित्सा उपचार के लिए। इसके अलावा 18 साल की उम्र के बाद 20 फीसदी रकम भी निकाली जा सकती है। बची हुई 80 फीसदी रकम एन्युटी खरीदने के लिए चाहिए होगी, जो बच्चे की पेंशन का आधार बनेगी और यह पेंशन 60 साल की उम्र के बाद मिलेगी।

4. लाभ: एनपीएस वात्सल्य योजना एक अच्छी पेंशन योजना है, जो बच्चों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और उन्हें एक मजबूत फंड के साथ बड़ा होने का मौका देती है।

PPF योजना की जानकारी

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) एक लोकप्रिय सरकारी योजना है, जो खास तौर पर लंबी अवधि की बचत के लिए है। पीपीएफ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है:

1. मैच्योरिटी अवधि: पीपीएफ की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है, जिसे आप 5-5 साल के लिए दो बार बढ़ा सकते हैं। यह योजना लंबी अवधि के निवेशकों के लिए उपयुक्त है।

2. ब्याज दर: पीपीएफ 7.1 फीसदी की वार्षिक ब्याज दर प्रदान करता है, जो गारंटीड है और सुरक्षित निवेश की गारंटी देता है।

3. न्यूनतम निवेश राशि: पीपीएफ खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 500 ​​रुपये है, जिससे छोटे निवेशक भी इसे आसानी से खरीद सकते हैं।

4. निकासी नियम: पीपीएफ में आपको मैच्योरिटी अवधि तक पैसे निकालने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, आप कुछ सालों के बाद कुछ नियमों के तहत आंशिक निकासी कर सकते हैं।

NPS वात्सल्य और पीपीएफ में मुख्य अंतर

1. ब्याज दर: पीपीएफ गारंटीड 7.1 फीसदी ब्याज देता है, जबकि एनपीएस वात्सल्य अनुमानित 10 फीसदी रिटर्न देता है, जो बाजार से जुड़ा हुआ है।

2. न्यूनतम निवेश राशि: पीपीएफ में आप 500 रुपये से खाता खोल सकते हैं, जबकि एनपीएस वात्सल्य में आपको 1000 रुपये से निवेश शुरू करना होगा।

3. पेंशन प्रावधान: पीपीएफ केवल एक निवेश विकल्प है, जबकि एनपीएस वात्सल्य एक पेंशन योजना है, जिसमें मैच्योरिटी पर 20 फीसदी राशि निकाली जा सकती है, बाकी राशि एन्युटी के लिए होगी।

कौन सी योजना आपको जल्दी करोड़पति बना देगी?

एनपीएस वात्सल्य के अनुसार, अगर आप सालाना 10,000 रुपये जमा करते हैं, तो 18 साल में आपका कुल निवेश 5 लाख रुपये होगा। अगर आप इस रकम को 60 साल तक रखते हैं और 10 फीसदी सालाना रिटर्न मानते हैं, तो कुल रकम 2.75 करोड़ रुपये हो जाएगी।

- अगर आप 11.59 फीसदी सालाना रिटर्न मानते हैं, तो यह रकम 5.97 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी।

- इसी तरह, 12.86 फीसदी सालाना रिटर्न मानते हुए यह 11.05 करोड़ रुपये हो सकती है।

वहीं, अगर आप पीपीएफ स्कीम में सालाना 1.5 लाख रुपये निवेश करते हैं और इसे 25 साल तक बनाए रखते हैं, तो 7.1 फीसदी ब्याज के साथ आपको कुल 1,03,08,015 रुपये मिलेंगे।

दोनों ही योजनाएं अपने-अपने तरीके से लाभ प्रदान करती हैं। एनपीएस वात्सल्य बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का एक बेहतरीन तरीका है, जबकि पीपीएफ एक स्थिर और सुरक्षित निवेश विकल्प है। अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और दीर्घकालिक लक्ष्यों के आधार पर सही योजना चुनना महत्वपूर्ण है। इन दोनों योजनाओं के बारे में गहन जानकारी के साथ, आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं और अपने बच्चों के भविष्य को मजबूत कर सकते हैं।

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