थाने में महिला और उसके दोस्त के साथ हुई ऐसी मनमानी, आपकी रूह कांप जाएगी
सेना अधिकारी की महिला मित्र ने गुरुवार को दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया। रविवार रात को भरतपुर थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ्तार की गई महिला को हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया।
भुवनेश्वर में पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार की गई सेना अधिकारी की महिला मित्र ने गुरुवार को दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया। रविवार रात को भरतपुर थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ्तार की गई महिला को हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। महिला ने मीडिया को बताया कि वह अपने दोस्त, सेना अधिकारी के साथ रात करीब 1 बजे अपना रेस्टोरेंट बंद करके घर लौट रही थी, तभी कुछ युवकों ने कथित रूप से उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
उसने कहा कि इसके बाद वे मदद मांगने के लिए भरतपुर थाने गए। महिला ने आरोप लगाया, "जब हम एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे तो वहां सादे कपड़ों में एक महिला कांस्टेबल मौजूद थी। हमने उससे एफआईआर दर्ज करने और बदमाशों को पकड़ने के लिए गश्ती वाहन भेजने को कहा। मेरी मदद करने के बजाय उसने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया।" महिला, जिसका वर्तमान में भुवनेश्वर के एम्स में इलाज चल रहा है, ने कहा कि कुछ समय बाद और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे और उसकी दोस्त से शिकायत लिखने को कहा।
महिला ने आरोप लगाया, "मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, उन्होंने उसे (सेना अधिकारी को) लॉक-अप में डाल दिया।" जब मैंने अपनी आवाज उठाई और कहा कि वे (पुलिस) एक सैन्य अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते, तो दो महिला अधिकारियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया।'' महिला ने कहा कि उसने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की और जब महिला पुलिसकर्मियों ने उसकी गर्दन पकड़ने की कोशिश की, तो उसने एक महिला पुलिसकर्मी के हाथ पर काट लिया। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसे एक कमरे में बैठा दिया। महिला के मुताबिक, ''कुछ देर बाद एक पुरुष अधिकारी ने दरवाजा खोला और मेरी छाती पर कई बार लात मारी।'' राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
हाथ-पैर बांधे और मेरे अंडरगारमेंट्स...
पीड़ित महिला ने कहा कि जब एक महिला पुलिसकर्मी ने मेरी गर्दन पकड़ने की कोशिश की, तो मैंने उसके हाथ पर काट लिया। इसके बाद उन्होंने मेरे हाथ मेरी जैकेट से बांध दिए। उन्होंने मेरे पैर एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से बांध दिए। कुछ देर बाद एक पुरुष अधिकारी आया। उसने मेरे अंडरगारमेंट्स उतार दिए और मेरी छाती पर लात मारने लगा। सुबह करीब 6 बजे प्रभारी निरीक्षक आया। उसने मेरी पैंट नीचे खींच दी। फिर उसने अपनी पैंट उतारी और अपने प्राइवेट पार्ट दिखाते हुए अश्लील बातें कीं। इस दौरान मैं मदद के लिए जोर-जोर से चिल्ला रही थी।
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