जगद्गुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' से किया गया सम्मानित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा आज पद्मविभूषित जगद्गुरु तुलसीपीठाधीश्वर रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज को संस्कृत भाषा व साहित्य के क्षेत्र में उनके अतुल्य योगदान के लिए प्रतिष्ठित 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार समारोह में अपने सम्बोधन के दौरान कहा कि 'आज ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हुए जगद्गुरू श्री रामभद्राचार्य जी को मैं हार्दिक बधाई देती हूं।'
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि 'श्री रामभद्राचार्य जी ने श्रेष्ठता के प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। श्री रामभद्राचार्य जी ने शारीरिक दृष्टि से बाधित होने के बावजूद अपनी अंतर्दृष्टि, बल्कि दिव्यदृष्टि से साहित्य और समाज की असाधारण सेवा की है।'
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जगद्गुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज को 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' से सम्मानित होने पर बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'आपका कालजयी रचना संसार वैश्विक साहित्य जगत के लिए अमूल्य धरोहर है। आपका सम्मान संत परंपरा, भारत की साहित्यिक विरासत एवं राष्ट्रधर्म का सम्मान है।'
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