हरियाणा में कांग्रेस को झटका, सोनीपत में होगा बीजेपी का मेयर, निखिल मदान ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा

Jul 11, 2024 - 13:30
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हरियाणा में कांग्रेस को झटका, सोनीपत में होगा बीजेपी का मेयर, निखिल मदान ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
हरियाणा में कांग्रेस को झटका, सोनीपत में होगा बीजेपी का मेयर, निखिल मदान ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा

चंद्रशेखऱ धऱणी, चंडीगढ़:

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में कुनबे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक ओर जहां कांग्रेस के मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। 

वहीं, अब नगर निगम में भी कांग्रेस को झटके लगने शुरू हो गए हैं। इसी के चलते सोनीपत में कांग्रेस के मेयर निखिल मदान ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मदान ने 2020 में नगर निगम के मेयर का चुनाव जीता था। निखिल दीपेंद्र के काफी करीबी लोगों में से एक माने जाते हैं। कांग्रेस को झटका देने के बाद निखिल बीजेपी में शामिल होंगे। 

आज ही होंगे बीजेपी में शामिल

सोनीपत नगर निगम के पहले मेयर निखिल मदान ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और दायित्व को छोड़ते हुए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को अपना इस्तीफा भेज दिया है। 

आज ही वह दिल्ली के हरियाणा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल व नव नियुक्त प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली विधिवत रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद सोनीपत से बीजेपी में बड़ी ज्वाइनिंग होगी

कांग्रेस के युवा नेता निखिल मदान ने वर्ष 2020 में राजनीति में कदम रखने के बाद नगर निगम के मेयर का चुनाव जीता और सोनीपत के पहले मेयर बने थे। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता ललित बतरा को 13817 वोटों से हराया था। 

निखिल की यह जीत प्रदेश में चर्चा का विषय बनी थी। करीब साढ़े तीन साल बाद अब निखिल का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है और भाजपाई होने जा रहे हैं।

भूपेंद्र हुड्डा के लिए होगा बड़ा झटका

निखिल मदान की गिनती दीपेंद्र हुड्डा और उनके पिता पूर्व मुखयमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के नजदीकियों में होती है। 2020 में मेयर चुनाव के दौरान भी दोनों पिता-पुत्र ने ही निखिल के पक्ष में प्रचार किया था। 

उस समय निखिल ने बीजेपी प्रत्याशी को 10 हजार से अधिक मतों से हराया था, जोकि एक चर्चा का विषय बना था। ऐसे में निखिल मदान की ओर से विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया जाना, यकीनन ही हुड्डा पिता-पुत्र के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि निखिल मदान सोनीपत में एक प्रमुख पंजाबी चेहरे के रूप में भी पहचाने जाते हैं। निखिल के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से यकीनन ही सोनीपत में बीजेपी को एक मजबूती मिलेगी।

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