दिल्ली-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों को देखते हुए बढ़ाई गई सुरक्षा, सड़क पर लगी लोहे की कीलें
मजबूत बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके साथ ही सड़क पर लोहे की कीलें भी लगाई जा रही हैं। किसान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बॉर्डर पर अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय भी बढ़ाए जा रहे हैं। मजबूत बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके साथ ही सड़क पर लोहे की कीलें भी लगाई जा रही हैं। किसान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने एक बार फिर दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है। पंधेर के मुताबिक 101 किसानों का जत्था 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करेगा। किसान नेता का यह भी आरोप है कि किसानों की मांगों को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं आया।
अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक
दूसरी ओर, हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और एक साथ कई लोगों को संदेश भेजने की सुविधा 'बल्क एसएमएस सेवा' को निलंबित कर दिया है। इसे 9 दिसंबर तक के लिए निलंबित किया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह निलंबन तनाव, विवाद, आंदोलन और सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंकाओं के कारण किया गया है, क्योंकि किसानों का एक समूह न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहा था। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने तैयारी कर ली है।
अंबाला में इंटरनेट पर कब तक रोक रहेगी?
अंबाला में इंटरनेट पर रोक शुक्रवार (6 दिसंबर) दोपहर को लागू कर दी गई है। इसमें अंबाला के डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लार्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में इंटरनेट पर रोक लागू की गई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ये सेवाएं 9 दिसंबर की रात 11.59 बजे तक निलंबित रहेंगी।
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