Punjab : SSP कथित ऑडियो क्लिप का मामला...HC ने चंडीगढ़ CFSL से जांच कराने के दिए आदेश
पंजाब के पटियाला में वायरल ऑडियो क्लिप विवाद से जुड़े एक बड़े कदम में सरकार ने SSP वरुण शर्मा को छुट्टी पर भेज दिया है। कोर्ट ने मामले पर कार्रवाई करते हुए कथित ऑडियो को चंडीगढ़ CFSL से जांच कराने के आदेश दिए हैं।
पटियाला में कथित वायरल ऑडियो मामले में आज पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। हाई कोर्ट ने मामले पर कार्रवाई करते हुए कथित ऑडियो को चंडीगढ़ CFSL से जांच कराने के आदेश दिए हैं।
आज हाई कोर्ट में हुई सुनवाई
आपको बता दें कि आज हाई कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई हुई और इससे पहले ही पटियाला के SSP वरुण शर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया है। उनकी जगह आज संगरूर के SSP सरताज सिंह को एडिशनल चार्ज दिया गया है।
क्या है मामला?
14 दिसंबर को होने वाले जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनाव से पहले पटियाला के कुछ पुलिस अधिकारियों के कथित ऑडियो क्लिप वायरल हो गए थे। इस मामले में आज यानी 10 दिसंबर को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। यह याचिका शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और BJP की ओर से दायर की गई थी। वहीं, शिरोमणि अकाली दल के प्रेसिडेंट सुखबीर सिंह बादल की तरफ से वायरल की गई ऑडियो रिकॉर्डिंग ने चुनाव के दौरान बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। सुखबीर सिंह बादल ने दावा किया था कि यह रिकॉर्डिंग पटियाला पुलिस अधिकारियों की एक कॉन्फ्रेंस कॉल है, जिसमें SSP अलग-अलग DSP से बात कर रहे हैं।
वायरल ऑडियो में क्या था ?
14 दिसंबर को होने वाले जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनाव से ठीक पहले पटियाला पुलिस अधिकारियों से जुड़ी कुछ कथित ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। दावा किया जा रहा है कि इस रिकॉर्डिंग में चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बातचीत हुई थी।
आपको बता दें कि, अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस ऑडियो क्लिप को सार्वजनिक करते हुए गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि ये रिकॉर्डिंग कथित तौर पर पटियाला SSP और कई DSPs के बीच हुई एक कॉन्फ्रेंस कॉल की हैं। क्लिप में कथित रूप से यह बात सुनाई देती है कि विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोकने की रणनीति तैयार की जा रही थी। बातचीत में यह भी चर्चा होने का दावा किया गया कि कुछ उम्मीदवारों को उनके घर या गांव में ही रोकने के उपाय किए जाएँ, और नामांकन केंद्र तक पहुँचने से पहले ही उन्हें घेरने की योजना बनाई जाए।
पुलिस ने सफाई देते हुए इस वीडियो को बताया फर्जी
पटियाला पुलिस ने सुखबीर सिंह बादल के दावों को गलत बताया था और कहा था कि यह वीडियो फर्जी है और इसे AI की मदद से बनाया गया है। पुलिस के मुताबिक, ऐसी चीज़ें वायरल करके लोगों को गुमराह किया जा रहा है और इसे फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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