दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक', तापमान में गिरावट के बीच सर्दी बढ़ी
दिल्ली में पिछले दो दिनों से तापमान में गिरावट के साथ प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। आज सुबह 6:30 बजे तक दिल्ली के 40 मौसम केंद्रों में से आठ केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर "खतरनाक" और बाकी केंद्रों पर "गंभीर" श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिल्ली में पिछले दो दिनों से तापमान में गिरावट के साथ प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। आज सुबह 6:30 बजे तक दिल्ली के 40 मौसम केंद्रों में से आठ केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' और बाकी केंद्रों पर 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया।
प्रदूषण का खतरनाक स्तर
रियल टाइम वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के मुताबिक, न्यू दिल्ली यूएस दूतावास इलाके में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक 474 पर पहुंच गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। इसके अलावा लोनी में 438, पंजाबी बाग और शहीद सुखदेव कॉलेज में 414, दरियागंज में 412, सिविल लाइंस 407, मोरी गेट 404 और कनॉट प्लेस में 401 AQI दर्ज किया गया। इसके अलावा, अन्य मौसम केंद्रों पर AQI 300 से 400 के बीच रिकॉर्ड किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है।
मौसम में सुधार की उम्मीद
हालांकि, मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान साफ रहने का पूर्वानुमान जताया है। दिन के समय तेज हवा चलने की उम्मीद है, जिससे प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार हो सकता है। सुबह के समय हवा की गति करीब आठ किलोमीटर प्रति घंटे रही, जो दिन में बढ़कर 12 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा, शुक्रवार को कुछ स्थानों पर मध्यम से घना कोहरा छाए रह सकता है।
तापमान में गिरावट और कोहरे का असर
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिसके कारण तापमान में गिरावट आई है। 14 नवंबर को अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। बुधवार को दिल्ली में इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे कम अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। इसके अलावा, 14 नवंबर को कोहरे की मोटी चादर छाई रही, जिससे दृश्यता भी कम हो गई और सर्दी में इजाफा हुआ।
सर्दी और प्रदूषण के खतरनाक असर पर विचार
दिल्ली में सर्दी के बढ़ते प्रभाव और प्रदूषण के खतरनाक स्तर को लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्थिति का स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से सांस की बीमारियां, अस्थमा और अन्य शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति खतरनाक हो सकती है।
इसलिए, दिल्लीवासियों को सलाह दी जा रही है कि वे बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें और ज्यादा समय तक खुले में ना रहें, खासकर उन इलाकों में जहां प्रदूषण का स्तर अधिक हो। साथ ही, सरकार और स्थानीय प्रशासन से यह अपेक्षाएं की जा रही हैं कि वे प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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