Mahakumbh 2025: स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल अचानक महाकुंभ से लौटीं, जानें क्यों
अब वह देश लौटने के बाद नियमित रूप से इसी मंत्र का जाप करेंगी। वह अपने सचिव पीटर के साथ तीन दिनों तक महाकुंभ में रहीं। इस दौरान वह संगम की रेती पर स्थित अपने गुरु के शिविर में रहीं।
एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उर्फ कमला ने सनातनी परंपरा के अनुसार गुरु दीक्षा ले ली है। मंगलवार रात निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कमला को गुरु मंत्र दिया। दीक्षा प्रक्रिया पूरी होने के बाद कमला ने अपने सामर्थ्य के अनुसार गुरु को दक्षिणा भी दी। कमला को गुरु मंत्र के रूप में मां काली का बीज मंत्र मिला है। अब वह देश लौटने के बाद नियमित रूप से इसी मंत्र का जाप करेंगी। वह अपने सचिव पीटर के साथ तीन दिनों तक महाकुंभ में रहीं। इस दौरान वह संगम की रेती पर स्थित अपने गुरु के शिविर में रहीं।
इसी बीच उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके चलते वह मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान भी नहीं कर सकीं। विदाई देने के बाद उनके गुरु कैलाशानंद गिरि ने बताया कि लॉरेन पॉवेल जॉब्स का नामकरण हो चुका है। उन्होंने कमला के रूप में सनातन धर्म अपना लिया है और उन्होंने सनातन पद्धति के अनुसार मंगलवार रात दीक्षा ली।
अमृत स्नान न करने का रहेगा मलाल
उन्होंने बताया कि कमला को गुरु मंत्र के रूप में मां काली का बीज मंत्र दिया गया है। हालांकि, कमला ने उन्हें गुरु दक्षिणा में क्या दिया, यह पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि दीक्षा समारोह के दौरान गुरु कैलाशानंद गिरि के अलावा उनके निजी सचिव अवंतिकानंद और कमला के सचिव पीटर भी शिविर में मौजूद थे। कैलाशानंद गिरि के अनुसार कमला अमृत स्नान में हिस्सा लेना चाहती थीं, लेकिन सोमवार को भीड़ के कारण उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो गई।
मकर संक्रांति पर शिविर से बाहर नहीं निकली
इसके कारण वह मंगलवार को शिविर से बाहर नहीं निकली और अब वह यहां से वापस आ गई है। उन्होंने बताया कि कमला बहुत ही सरल और सहज स्वभाव की हैं और सनातन धर्म को जानना चाहती हैं। वह अपने गुरु के बारे में जानना चाहती हैं। उनके मन में बहुत सारे सवाल हैं और उनकी जिज्ञासा को शांत करना हमारा कर्तव्य है।
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