हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र में दिलाई जाएगी विधायकों को शपथ, स्पीकर का भी किया जाएगा चुनाव, जानिए तारीख ?
शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस सत्र बुलाने की तारीख तय करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अधिकृत किया गया है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में 15वीं विधानसभा और मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब मंत्रियों को दिए जाने वाले विभाग के साथ विधायकों के शपथ ग्रहण पर सबकी निगाहें हैं। इसी को लेकर चर्चा है कि सरकार अगले सप्ताह एक दिन का विशेष सत्र बुला सकती है, जिसमें नवचयनित विधायकों को शपथ दिलाने के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष का भी चुनाव किया जाएगा। शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस सत्र बुलाने की तारीख तय करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अधिकृत किया गया है।
नवंबर में होगा शीतकालीन सत्र
विधायकों के शपथ ग्रहण के लिए एक दिन का विशेष सत्र बुलाने और विधानसभा अध्यक्ष का चयन करने के बाद विधानसभा को स्थगित कर दिया जाएगा। इसके बाद अगले महीने 8 नवंबर के आसपास फिर से विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा, जिसे शीतकालीन सत्र भी कहा जा सकता है। शीतकालीन सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होगी, जिस पर बाद में मुख्यमंत्री धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेंगे।
क्षेत्र का दौरा करेंगे मंत्री और विधायक
हरियाणा सरकार के सभी मंत्री और विधायक अपने-अपने इलाके की समस्याओं को जानने के लिए क्षेत्र का दौरा शुरू करेंगे। इस दौरान वह जनता के साथ मुलाकात कर जन समस्याओं की जानकारी लेंगे। उसके बाद उन समस्याओं के निदान का हल निकालने की कोशिश शुरू की जाएगी।
प्रोटॉम स्पीकर के लिए इन नामों पर चर्चा
हरियाणा विधानसभा में विधायकों को प्रोटॉम स्पीकर की ओर से शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए विधानसभा में सबसे वरिष्ठ विधायकों में रघुबीर कादियान और अशोक अरोड़ा के नाम चर्चा में है। दोनों विधायक पूर्व में विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ऐसे में प्रोटॉम स्पीकर की ओर से सभी विधायकों को शपथ दिलाने के बाद स्पीकर का चयन किया जाएगा। इसके अलावा चर्चा यह भी है कि बीजेपी की ओर से घनश्याम दास को चीफ व्हीप भी बनाया जा सकता है।
सचिवालय में लौटी रौनक
नायब कैबिनेट में शामिल 13 मंत्रियों को जल्द ही उनके विभागों का आवंटन कर दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी खुद दिल्ली में हाई कमान के नेताओं के साथ मंत्रणा कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सभी मंत्रियों को उनके विभाग दे दिए जाएंगे। यहां पर सबसे अधिक निगाहे स्वास्थ्य और गृह जैसे महत्वपूर्ण विभाग पर है, जोकि पिछली सरकार के समय अनिल विज संभाल रहे थे। मंत्रियों को उनके विभागों का आवंटन होने की चर्चा के चलते हरियाणा सचिवालय की चौथी, पांचवी और छठी मंजिल पर कर्मचारियों और स्टाफ की चहल कदमी भी बढ़ गई है। इसके साथ ही चुनाव के दौरान शांत नजर आने वाले सचिवालय में एक बार फिर से रौनक वापस लौट आई है।
What's Your Reaction?