बादल फटने से पहले सचेत होगा हिमाचल, प्रदेश में स्थापित होंगे 48 मौसम केंद्र
पहाड़ी जगहों पर बादल कब फट जाएं, कोई कुछ नहीं कह सकता। जब भी इस तरह की तबाही आती है, तो न जानें कितनों की जान चली जाती है। लेकिन बहुत ही जल्द हिमाचल में बादल फटने का अलर्ट मिलना शुरू हो जाएगा।
पहाड़ी जगहों पर बादल कब फट जाएं, कोई कुछ नहीं कह सकता। जब भी इस तरह की तबाही आती है, तो न जानें कितनों की जान चली जाती है। लेकिन बहुत ही जल्द हिमाचल में बादल फटने का अलर्ट मिलना शुरू हो जाएगा, ताकि लोग सावधान रह सकें। सुक्खू सरकार ने रियल टाइम मौसम अपडेट जानने के लिए IMD से हाथ मिलाया है।
इस परियोजना में लगेंगे 890 करोड़
बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने केंद्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के साथ ज्ञापन समझौता साइन किया है। इस MoU के मुताबिक, राज्य में पहले चरण में 48 ऑटोमेटिक स्थापित किए जाएंगे। इसकी मदद से मौसम से जुड़े पूर्वानुमान और तैयारियों के लिए रियल टाइम डाटा उपलब्ध होगा। विशेषतौर पर इससे कृषि और बागवानी में मदद मिलेगी।
मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश में आईएमडी के 22 ऑटोमेटिक मौसम केंद्र काम कर रहे हैं। इस केंद्रों के स्थापना से किसानों सहित आम लोगों को भी मदद मिलेगी। बता दें कि प्रदेश सरकार की Climate Risk Reduction Project के लिए फ्रांस की एजेंसी एएफडी के साथ सहमति बनी है। इसके तहत एएफडी परियोजना के लिए 890 करोड़ रुपये मिलेंगे।
What's Your Reaction?