यूपी विधानसभा में गुटखा और पान मसाले पर लगा प्रतिबंध, जानें क्यों लिया गया यह सख्त फैसला!
उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुटखा और पान मसाले के सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुटखा और पान मसाले के सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा लिया गया, जो हाल ही में सामने आए एक अनुशासनहीन घटना के बाद जरूरी समझा गया। विधानसभा के मुख्य द्वार पर किसी विधायक द्वारा पान मसाला थूकने की घटना ने न केवल सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई, बल्कि स्वच्छता और अनुशासन के मामले में भी कई सवाल खड़े कर दिए। इस अनुशासनहीनता के बाद, सतीश महाना ने नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया।
क्यों लिया गया यह फैसला?
बीते दिन मंगलवार को विधानसभा के मुख्य द्वार पर एक विधायक द्वारा पान मसाला थूकने का मामला सामने आया था। इसका वीडियो भी वायरल हो गया, जिसमें विधायक को कार्पेट पर थूके गए पान मसाले की सफाई करते हुए देखा गया। इस घटना ने न केवल विधानसभा की गरिमा को प्रभावित किया, बल्कि विधायकों के आचरण पर भी सवाल उठाए।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और सदन में कहा:
"जिसने भी यह किया है, उसने गलत किया है। मैं पहले ही सीसीटीवी में देख चुका हूं। इस अनुशासनहीन कृत्य का वीडियो उपलब्ध है, परंतु किसी सदस्य को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना मेरा उद्देश्य नहीं है।"
सतीश महाना ने सभी विधायकों को चेतावनी दी कि यदि इस नियम का उल्लंघन किया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला किसी को अपमानित करने के लिए नहीं, बल्कि सदन की गरिमा बनाए रखने और अनुशासन स्थापित करने के लिए है।
गुटखा और पान मसाले पर पूरी तरह प्रतिबंध
इस घटना के बाद, विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से विधानसभा परिसर में गुटखा और पान मसाले पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया।
- प्रतिबंध का दायरा: यह प्रतिबंध विधानसभा परिसर के सभी क्षेत्रों में लागू होगा।
- जुर्माना: गुटखा या पान मसाला खाते हुए पकड़े जाने पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
What's Your Reaction?






