ज्ञानचंद गुप्ता ने खोल दिया राज, बताया किसके आशीर्वाद से तीसरी बार मिला विधानसभा का टिकट

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की पहली लिस्ट के बाद से जहां पार्टी में बगावत का सिलसिला शुरू हो चुका है।

Sep 5, 2024 - 15:09
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ज्ञानचंद गुप्ता ने खोल दिया राज, बताया किसके आशीर्वाद से तीसरी बार मिला विधानसभा का टिकट

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की पहली लिस्ट के बाद से जहां पार्टी में बगावत का सिलसिला शुरू हो चुका है। वहीं, टिकट हासिल करने में सफल रहे प्रत्याशी पार्टी हाई कमान के साथ अन्य लोगों का भी धन्यवाद जता रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष और पंचकूला से बीजेपी के प्रत्याशी बने ज्ञानचंद गुप्ता ने तीसरी बार टिकट मिलने को लेकर बड़ा खुलासा किया है। ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि किसके आशीर्वाद से उन्हें पार्टी ने तीसरी बार विधानसभा चुनाव में उतारा है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को बीजेपी से पहले आपस की लड़ाई से निपटने की सलाह भी दी है।

‘कांग्रेस के ढोल की पोल खुली’

पंचकूला से तीसरी बार बीजेपी के प्रत्याशी बने ज्ञानचंद गुप्ता ने कांग्रेस के नेताओं की ओर से दिए जा रहे बयान पर कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से हतोत्साहित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को लगता कि वह जीत सकते हैं तो फिर आम आदमी पार्टी के साथ समझौते की कोई जरूरत ही महसूस नहीं होती। कांग्रेस के नेताओं ने बड़े-बड़े दावे किए, टिकट के लिए उनके पास 2500 आवेदन आए है। अब उनके ढोल की पोल खुल गई है। उनके पास पूरे उम्मीदवार नहीं है। इसलिए वह आम आदमी पार्टी के साथ समझौते की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस आफस में बिखरी हुई है। इसलिए उसे भारतीय जनता पार्टी की बजाए पहले कांग्रेस को कांग्रेस से लड़ना होगा। इसमें भूपेंद्र हुड्डा की कांग्रेस को सैलजा की कांग्रेस से लड़नाहै। भूपेंद्र हुड्डा की कांग्रेस को सुरजेवाला की कांग्रेस से और सैलजा की कांग्रेस को अजय यादव से लड़ना है। उनकी पहले आपस में लड़ाई होगी। उसके बाद वह बीजेपी से लड़ने की बात करेंगे।

‘हक के लिए आवाज उठाना गुनाह नहीं’

विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर हरियाणा की अलग विधानसभा को लेकर की गई कोशिश पर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सही बात और हक के लिए आवाज उठाना गुनाह नहीं है। जो काम सालों पहले होना चाहिए था, वह अब तक नहीं हुआ। विधानसभा में हरियाणा का 14 प्रतिशत हिस्सा बकाया है। वह 50 साल पहले मिल जाना चाहिए थे, लेकिन किसी भी पूर्व अध्यक्ष ने इस ओर ध्यान नहीं दिया या इसकी जरूरत नहीं समझी। उन्हें यह महसूस हुआ कि आज विधानसभा में 90 सदस्य है। 2026 में यह संख्या बढ़कर 120 या 125 होगी, अभी से इस पर सोचना चाहिए कि उन सदस्यों को कहां बिठाएंगे, क्योंकि मौजूदा विधानसभा में 90 से अधिक सदस्यों के बैठने का स्थान नहीं है। उसी को लेकर प्रयास शुरू किए जो अब भी जारी है।

‘पहली लिस्ट के उम्मीदवारों से ही बन जाएगी सरकार’

भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर जारी की गई पहली लिस्ट को लेकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पार्टी ने हर वर्ग को ध्यान में रखकर जिताऊ उम्मीदवारों को ही प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने दावा किया कि पहली लिस्ट के 67 प्रत्याशियों से ही तीसरी बार हरियाणा में बीजेपी की सरकार बन जाएगी। रिजल्ट के बाद कांग्रेस को असलियत पता चल जाएगी।

‘मोदी से बहुत कुछ सीखा’

गुप्ता ने बताया कि उन्हें नरेंद्र मोदी का सानिध्य पहली बार 1991 में उस समय हासिल हुआ था, जब वह कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक मुरली मनोहर जोशी के राथ के सारथी थे। इसके बाद 1995 में जब मोदी बीजेपी प्रभारी के तौर पर चंडीगढ़ आए तो वह उस समय चंडीगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष थे। उसी दौरान वह (ज्ञानचंद गुप्ता) चंडीगढ़ के महापौर बने। इस 5 साल के दौरान उन्हें नरेंद्र मोदी से बहुत कुछ सीखने को मिला। विधानसभा चुनाव में जो तीसरी बार उन्हें मौका मिला, उसमें भी उनका सहयोग है।

‘लोगों को अपना बनाकर काम किया’

लगातार तीसरी बार पंचकूला की जनता के बीच जाने को लेकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि पिछले 10 साल के दौरान उन्होंने पंचकूला के लोगों के दिल के साथ जुड़ने की कोशिश की है। जनहित के काम करने के साथ जनता के साथ बैठकर उनसे बात और चर्चा करके उन्हें अपना बनाया है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के 10 साल के शासन और उससे पहले के 48 साल के शासन में हुए कामों को देख लें तो 10 साल के दौरान करीब 5 हजार करोड़ रुपए के जितने विकास कार्य हुआ है, उतने पहले कभी नहीं हुए।

‘समय-समय पर मिला आशीर्वाद’

अपनी धार्मिक आस्था को लेकर गुप्ता ने बताया कि पिछले 60 साल से उनका माता मनसा देवी के चरणों में निवास है। उनकी माता के प्रति असीम श्रद्धा रही है। हर समय मां का आशीर्वाद उनह् मिला है। जीवन में मां का आशीर्वाद समय-समय पर मिलता रहा है। उसी आशीर्वाद के कारण ही आज तक उन्हें सफलता मिली है।

‘कहीं आयु सीमा निर्धारित नहीं’

बीजेपी में 75 पार के नेताओं को फिर से टिकट देने की परंपरा शुरू होने को लेकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही साफ कर दिया था कि पार्टी के संविधान में कहीं आयु सीमा निर्धारित नहीं है। पार्टी ने सेहत के साथ काम करने का जज्बा और काम के दौरान सेहत का आड़े नहीं आने को देखकर पहले भी कईं उम्मीदवारों को टिकट दिया है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने उन पर जो विश्वास व्यक्त किया है, वह उस पर खरा उतरेंगे।

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