ठंड का डबल प्रकोप: पहाड़ों पर बर्फबारी तो मैदानों इलाकों में हड्डियां कंपाने वाली ठंड
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे सर्दी का कहर मैदानी इलाकों तक पहुंच चुका है।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे सर्दी का कहर मैदानी इलाकों तक पहुंच चुका है। बीते तीन दिनों से दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार और मध्य प्रदेश में सर्द हवाओं के कारण मौसम में गलन और ठिठुरन बढ़ गई है।
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत कई मैदानी राज्यों में बारिश की संभावना जताई है। विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के बाद इन क्षेत्रों में ठंड और अधिक बढ़ेगी।
पहाड़ी राज्यों में कड़ाके की ठंड
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में भारी बर्फबारी के चलते न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
- हिमाचल प्रदेश: यहां के ताबो में तापमान शून्य से 11.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि सुमडो, कुसुमसेरी और कल्पा में यह शून्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
- जम्मू-कश्मीर: कश्मीर घाटी में शीतलहर जारी है। जलाशयों और जलापूर्ति की लाइनों में पानी जम गया है। काजीगुंड में रविवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो इन क्षेत्रों में अत्यधिक ठंड और बर्फबारी की चेतावनी है।
मैदानी राज्यों में भी शीतलहर का प्रकोप
बर्फबारी का असर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा जैसे मैदानी राज्यों में भी देखने को मिल रहा है।
- राजस्थान: करौली में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बाड़मेर और जालौर में यह 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
- उत्तर प्रदेश और बिहार: इन राज्यों में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। लखनऊ, वाराणसी और पटना जैसे शहरों में कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है।
- दिल्ली-एनसीआर: राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में रविवार को न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश से और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। बारिश के बाद इन क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप और बढ़ जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी राज्यों से आ रही ठंडी हवाएं और बारिश मिलकर मैदानी इलाकों में ठिठुरन को और बढ़ा सकती हैं।
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