हरियाणा में दूसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी, ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं ठप 

हरियाणा में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है। मांगें पूरी नहीं होने के कारण शुक्रवार को दूसरे दिन भी सरकारी डॉक्टर काम पर नहीं लौटे।

Jul 26, 2024 - 14:33
 31
हरियाणा में दूसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी, ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं ठप 
हरियाणा में दूसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी, ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं ठप 

हरियाणा में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है। मांगें पूरी नहीं होने के कारण शुक्रवार को दूसरे दिन भी सरकारी डॉक्टर काम पर नहीं लौटे, जिसके चलते मरीजों की परेशानियां बढ़ गई है। गुरुवार को भी हड़ताल के पहले दिन सरकारी अस्पतालों में ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं बाधित रहीं। इतना ही नहीं पास्टमार्टम से लेकर ऑपरेशन तक भी नहीं हुए। मरीजों को दूसरे दिन भी अस्पतालों से बेरंग लौटना पड़ रहा है। उधर, गुरुवार को सरकार और डॉक्टरों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही। हालांकि, सरकार ने डॉक्टरों की एक मांग मान ली थी, लेकिन डॉक्टर सभी मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा के अलग-अलग जिलों में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में दूसरे दिन भी लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है, जिसके चलते लोग अब निजी अस्पतालों की तरफ रुख कर रहे हैं।

यह है मांगे

डॉक्टर्स की मांग है कि एसीपी को केंद्र और बिहार की तर्ज पर 5,10 और 15 साल की बजाय 4,9 और 13 किया जाए. इसके अलावा, सीएमओ की भर्ती सरकार सीधी ना करे और प्रमोशन के आधार पर डॉक्टरों को पद दिए जाएं। स्पेशलिस्ट केडर बनाया जाए, ताकि डॉक्टरों को दूसरे काम ना करने पड़ें। साथ ही ट्रैवल भत्ता 500 रुपए के बजाए 3000 रुपए मांगा जा रहा है।
चंडीगढ़ में सरकार और डॉक्टरों की मीटिंग में केवल एक मांग पर सहमति बनी, जिसमें सरकार ने मांग पीजी स्टूडेंट्स की बॉन्ड राशि को एक करोड़ से घटाकर 50 लाख कर दिया और नोटिफिकेशन जारी कर दिया।

पांच घंटे तक मीटिंग चली

चंडीगढ़ में लगभग 5 घंटे तक मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. रणबीर पूनिया, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉक्टर अमित अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। दूसरे दौर की बैठक अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल के साथ हुई,  यहां पर भी बात नहीं बनी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow