दिल्ली-NCR में फिर घना स्मॉग, AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में; ठंड और कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें
प्रदूषण के साथ बढ़ती ठंड और कोहरे ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। बुधवार को हल्का सुधार दिखने के बाद गुरुवार सुबह एक बार फिर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई। कई इलाकों में AQI 400 के करीब दर्ज किया गया है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
दिल्ली और एनसीआर के लोगों को वायु प्रदूषण से राहत फिलहाल मिलती नजर नहीं आ रही है। प्रदूषण के साथ बढ़ती ठंड और कोहरे ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। बुधवार को हल्का सुधार दिखने के बाद गुरुवार सुबह एक बार फिर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई। कई इलाकों में AQI 400 के करीब दर्ज किया गया है, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
कोहरे की चादर में लिपटी दिल्ली
गुरुवार सुबह दिल्ली-NCR घने कोहरे और धुंध की मोटी परत में ढका रहा। विजिबिलिटी काफी कम हो गई, जिससे सड़क और एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। न्यूनतम तापमान भी गिरकर 9°C तक पहुंच गया है। ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर खतरे की घंटी बजा रहा है।
AIIMS और अक्षरधाम के पास हवा ‘बहुत खराब’
CPCB के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, AIIMS के आसपास AQI 390 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। अक्षरधाम के पास भी हालात लगभग ऐसे ही हैं, जहां AQI 390 दर्ज हुआ। स्मॉग की मोटी परत सुबह से ही नजर आ रही है।
कर्तव्य पथ पर भी कम हुई विजिबिलिटी
कर्तव्य पथ के पास विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है। यहां AQI 356 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई क्षेत्रों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है, हालांकि इसका प्रभाव बहुत ज्यादा उल्लेखनीय नहीं दिख रहा।
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में AQI स्थिति
गुरुवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार, कई इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई।
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विवेक विहार: 395
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जहांगीरपुरी: 392
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आनंद विहार: 386
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नरेला: 386
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चांदनी चौक: 368
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सोनिया विहार: 355
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आरके पुरम: 354
ये आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि दिल्ली की हवा अभी भी जहरीली बनी हुई है।
GRAP-3 हटते ही बढ़ा प्रदूषण स्तर
पिछले एक महीने से दिल्ली-NCR प्रदूषण की मार झेल रहा है। बीते कुछ दिनों में मामूली सुधार के बाद CAQM ने बुधवार शाम GRAP-3 के तहत लगाई गई पाबंदियां हटा दी थीं। इनमें निर्माण-ध्वस्तीकरण कार्यों पर रोक, गैर-जरूरी सामान ढुलाई पर प्रतिबंध और BS-3 पेट्रोल व BS-4 डीजल वाहनों की आवाजाही पर रोक शामिल थी।
हालांकि पाबंदियां हटते ही प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ गया, जिससे एक बार फिर हालात चिंताजनक होने लगे हैं।
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