दिल्ली-NCR की हवा में हुआ थोड़ा सुधार, खतरा अभी भी बरकरार
हवा की खराब गुणवत्ता फेफड़े में पहुंचने के बाद यह श्वसन संबंधी विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकता है लंबे समय तक इसके प्रभाव में रहने पर फेफड़े के साथ दिल की बीमारी भी हो सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हवा के रूख में बदलाव होने के कारण यहां कि हवा की गुणवत्ता में थोड़ा बहुत सुधार जरूर हुआ है लेकिन प्रदूषण का खतरा अभी भी बरकरार है और अगले कुछ दिनों तक हवा के अनुकूल बने रहने के अनुमान से प्रदूषण बढ़ने की संभावना कम ही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शनिवार शाम चार बजे राजधानी दिल्ली में एक्यूआई 255 दर्ज किया गया जो कि उससे एक दिन पहले 270 था।
राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार, जहांगीरपुरी, मुंडका, वजीरपुर, विवेक विहार और सोनिया विहार में वायु की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में थी, जबकि अन्य क्षेत्रों में खराब श्रेणी में दर्ज की गई साथ ही राजधानी के आस पास इलाकों की बात करें तो नोएडा और गाजियाबाद की हवा खराब श्रेणी में दर्ज की गई। हालांकि ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम व फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता खराब से बेहतर स्थिति में रही।
हवा की खराब गुणवत्ता फेफड़े में पहुंचने के बाद यह श्वसन संबंधी विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकता है लंबे समय तक इसके प्रभाव में रहने पर फेफड़े के साथ दिल की बीमारी भी हो सकती है।
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