ठंड और कोहरे की मार ! कई ट्रेनें घंटों तक लेट, यात्री परेशान
देश के कई हिस्सों में ठंड और घने कोहरे का कहर जारी है। उत्तर भारत समेत कई राज्यों में कोहरे की सफेद चादर बिछी हुई है, जिसने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है।
देश के कई हिस्सों में ठंड और घने कोहरे का कहर जारी है। उत्तर भारत समेत कई राज्यों में कोहरे की सफेद चादर बिछी हुई है, जिसने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। ठंड और कोहरे के चलते जहां सड़कों पर दृश्यता कम हो गई है, वहीं इसका गहरा असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, जबकि कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। इससे रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
कोहरे से प्रभावित रेल सेवाएं
कोहरे की वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों में रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई प्रमुख ट्रेनें, जैसे राजधानी एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस, 9-10 घंटे तक देरी से चल रही हैं। देशभर के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है, जहां लोग ठंड में घंटों ट्रेन का इंतजार करने को मजबूर हैं।
ट्रेनें 10 घंटे तक लेट
कोहरे की वजह से कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 10 घंटे तक देरी से चल रही हैं। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार,
- सिकंदराबाद-दानापुर स्पेशल (ट्रेन नंबर 07647): 8 घंटे की देरी से चल रही है।
- हावड़ा-अमृतसर पंजाब मेल एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 13005): 2 घंटे की देरी से।
- नई दिल्ली-राजेंद्र नगर तेजस राजधानी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12310): 9 घंटे की देरी से चल रही है।
ट्रेनों का बदला गया रूट और कैंसिलेशन
रेलवे ने कोहरे के चलते कुछ ट्रेनों के रूट बदल दिए हैं और कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।
- रद्द की गई ट्रेनें:
- वाराणसी-लखनऊ स्पेशल (ट्रेन नंबर 04217)
- बहराइच-वाराणसी इंटरसिटी (ट्रेन नंबर 14214)
- रूट बदले गए:
- सरयू-यमुना एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 14650)
- गंगा सतलज एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 13307)
- गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15023)
रेलवे स्टेशनों पर अफरा-तफरी का माहौल
कोहरे और ठंड के चलते ट्रेनों की देरी से यात्री बेहाल हैं। प्रयागराज, वाराणसी, और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन समेत देश के कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा है। लोग ठंड में स्टेशन पर बैठकर ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि ठंड और कोहरे की इस स्थिति में रेलवे द्वारा सही जानकारी न मिलने से उनकी परेशानी और बढ़ गई है।
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