झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से हादसा, हादसे में 6 बच्चों की मौत, 30 से ज्यादा घायल
सभी घायलों को मनोहरथाना अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से 11 बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। राहत कार्य जारी है और मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई है।
राजस्थान के झालावाड़ में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहाँ एक स्कूल की छत गिरने से कई बच्चों के दबे होने की आशंका है। हादसे के बाद मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला जा रहा है। इस हादसे में अब तक 10 बच्चों की मौत हो चुकी है।
मामला राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक का है। यहाँ स्थित पिपलोदी सरकारी स्कूल में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जहाँ स्कूल की इमारत गिरने से 10 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई और 30 से ज़्यादा बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ ने मिलकर मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला। सभी घायलों को मनोहरथाना अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से 11 बच्चों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। राहत कार्य जारी है और मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई है।
शुक्रवार सुबह स्कूल के बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान स्कूल की जर्जर दीवार गिर गई। हादसे के बाद करीब 25 बच्चे मलबे में दब गए। मलबे में दबे बच्चों को निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय लोग बुलडोजर के साथ मिलकर मलबे में दबे बच्चों को निकालने के प्रयास कर रहे हैं।
यह हादसा झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोद गाँव में हुआ। अब तक की जाँच में पता चला है कि स्कूल की छत काफी समय से जर्जर हो रही थी और लगातार भारी बारिश के बाद छत गिरने की आशंका थी। गंभीर रूप से घायल बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मलबा हटाने में ग्रामीण भी बचाव दल के साथ पूरी तरह से जुटे हुए हैं। यह स्कूल पीपलोद गाँव में बना था। यह भी पता चला है कि मलबे में दबे सभी बच्चे कक्षा 7वीं के थे। हादसे के समय बच्चे अपनी कक्षा में पढ़ रहे थे।
अब तक 5 मृतक बच्चों की पहचान हो चुकी है।
पायल (14) पुत्री लक्ष्मण, प्रियंका (14) पुत्री मांगीलाल, कार्तिक (8) पुत्र हरकचंद, हरीश (8) पुत्र बाबूलाल, मीना रेदास की इस हादसे में मौत हो गई है। एक बच्चे की पहचान नहीं हो पाई है।
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