पंजाब में पराली जलाने के 8 नए मामले आए सामने
पंजाब में गुरुवार तक पराली जलाने की कुल 179 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2023 में इसी अवधि के दौरान तक खेतों में आग लगाने की 561 घटनाएं दर्ज की गईं थी। जिसमें अब 70 प्रतिशत की गिरावट है।
इसे प्रभावी प्रवर्तन कहें या बढ़ती जागरूकता, अब तक सामने आए शुरुआती रुझान बताते हैं कि राज्य भर में खेतों में आग लगाने की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है। राज्य में गुरुवार तक पराली जलाने की कुल 179 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2023 में इसी अवधि के दौरान तक खेतों में आग लगाने की 561 घटनाएं दर्ज की गईं थी। जिसमें अब 70 प्रतिशत की गिरावट है।
गुरुवार को राज्य में पराली जलाने की 8 घटनाएं हुईं। अमृतसर में 3, गुरदासपुर में 2, तरनतारन में 2 और जालंधर में 1 मामला सामने आया। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (PPCB) के चेयरमैन आदर्शपाल विग ने कहा कि हम उम्मीद लगाए बैठे हैं। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में हमारा साथ देने के लिए हम किसानों का आभार व्यक्त करते हैं।
निदेशक जसवंत सिंह ने कहा कि विभाग ने राज्य भर के किसानों को 8.5 लाख संदेश भेजे हैं, जिसमें उनसे फसल अवशेष न जलाने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें किसानों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। वे पराली को जलाने के बजाय उसके इन-सीटू और एक्स-सीटू प्रबंधन में गहरी रुचि दिखा रहे हैं। अगले 25 दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण होंगे।
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