पितृ पक्ष में मतदान उचित नही, सरकार को बदलवानी चाहिए तारीख, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने रखी सरकार से मांग

Aug 18, 2024 - 12:36
 39
पितृ पक्ष में मतदान उचित नही, सरकार को बदलवानी चाहिए तारीख, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने रखी सरकार से मांग
पितृ पक्ष में मतदान उचित नही, सरकार को बदलवानी चाहिए तारीख, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने रखी सरकार से मांग

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा में विधानसभा चुनाव-2024 का शेड्यूल जारी होते ही नेताओं में दावों का दौरा भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने मतदान के दिन को लेकर बड़ा दावा किया है। इसके अलावा हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने पर मुख्यमंत्री के होने वाले चयन प्रक्रिया और कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर भी उन्होंने बड़े खुलासे किए है। 

बीजेपी की हार का परिचायक

कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव के समय में साथ ही हरियाणा विधानसभा के चुनाव करवाने की मांग की जा रही थी, लेकिन बीजेपी उस पर तैयार नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उस समय भी प्रदेश में चुनाव के लिए तैयार थी और आज भी तैयार है। समय से पहले चुनाव की घोषणा करवाना बीजेपी की हार का परिचायक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से रोजाना घोषणाएं की जा रही थी, लेकिन वह अच्छे से जानते हैं कि कोई भी घोषणा पूरी नहीं होगी। वह केवल चुनावी घोषणाएं थी।

‘BJP सरकार को पितृ पक्ष में चुनाव करवाना गलत’

मतदान की तारीख और दिन को लेकर जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि एक अक्टूबर को श्राद्ध है। उन्होंने कहा कि खुद को सनातनी बताने वाली पार्टी और खुद को देश में सनातन का स्वराज लौटाने वाली पार्टी अब पितृ पक्ष में चुनाव करवा रही है। भारद्वाज ने कहा कि पहले मल मास में अयोध्या में श्रीराम मंदिर का उद्धाटन किया। वहां पर पानी टपक रहा है और जो हाल है, वह सबके सामने है। इसी प्रकार अब बीजेपी का पितृ दान करके ही रवाना करेंगे। इसलिए बीजेपी की सरकार को पितृ पक्ष पर चुनाव नही करवाने चाहिए।

अभी भी चल रही डिमांड

उन्होंने हरियाणा में पूर्ण और बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा कि बीजेपी यदि इस बार 10 के आंकड़े में भी आ जाए तो यह एक बड़ी बात होगी। इसके उल्ट हरियाणा में कांग्रेस 70 प्लस का लक्ष्य लेकर चल रही है। अब तक चुनाव लड़ने के लिए 2650 नेताओं के आवेदन आ चुके हैं। अभी भी आवेदन के लिए तारीख को आगे बढ़ाने की डिमांड की जा चुकी है, लेकिन अब चुनाव की घोषणा के साथ ही चुनाव प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

ऐसे होगा सीएम चेहरे का फैसला

हरियाणा में बहुमत आने पर कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि उनकी पार्टी एक डेमोक्रेटिव पार्टी है। 2014 में चुनाव हारते ही राहुल गांधी ने अपना इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से आज तक कोई भी पद उन्होंने हासिल नहीं किया है। कांग्रेस एक असुलों और नियमों की पार्टी है। चुनाव के बाद जनता के मन और विधायकों की राय लेने के बाद उससे हाई कमान को अवगत करवाकर ही मुख्यमंत्री के नाम को फाइनल किया जाएगा।

BJP को नहीं पूछने का हक

कांग्रेस के हरियाणा मांगे हिसाब के जवाब में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से पूछे जा रहे सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास विपक्ष से सवाल पूछने का हक नहीं है। यह काम विपक्ष का होता है, क्योंकि पिछले 10 साल से बीजेपी की सरकार है। इसलिए जनता की ओर से कांग्रेस उनसे सवाल पूछ रही है। उन्होंने भी मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि वह बताए कि आखिर क्या विकास किया है। हमारे हिसाब में गड़बड़ थी। इसलिए जनता ने उन्हें मौका दिया था, लेकिन अब वह बताए की 10 साल में आखिर उन्होंने किया क्या है। प्रदेश में कोई नया सेक्टर नहीं बना। कोई नया मेट्रो पिल्लर नहीं बढ़ाया, शिक्षा का कोई राष्ट्रीय संस्थान हरियाणा में नहीं खोला गया। कानून व्यवस्था का बुरा हाल हुआ, उसे ठीक करने का कोई काम नहीं किया गया। पक्की नौकरी बढ़ाने की बजाए बीजेपी ने ठेकेदारी प्रथा शुरू की है। एचकेआरएन के जरिए एससी और बीसी वर्ग का हक मारकर बीजेपी के नेता अपने लोगों को भर्ती कर रहे हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow