कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बना टिकट वितरण, पार्टी के पास आए 2500 से अधिक आवेदन

हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की घोषणा के बाद मची भगदड़ और कांग्रेस में 90 विधानसभा सीटों के लिए हजारों की संख्या में आए आवेदन अपने आप में ही प्रदेश की राजनीतिक विरासत को दिखाता है। कांग्रेस के नेता 90 सीटों के लिए 2500 से अधिक आवेदन आने का ढिंढोरा पीटते थे, जो अब उसके लिए खतरे की घंटी बन सकती है।

Sep 6, 2024 - 11:43
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कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बना टिकट वितरण, पार्टी के पास आए 2500 से अधिक आवेदन
कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बना टिकट वितरण, पार्टी के पास आए 2500 से अधिक आवेदन

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की घोषणा के बाद मची भगदड़ और कांग्रेस में 90 विधानसभा सीटों के लिए हजारों की संख्या में आए आवेदन अपने आप में ही प्रदेश की राजनीतिक विरासत को दिखाता है। कांग्रेस के नेता 90 सीटों के लिए 2500 से अधिक आवेदन आने का ढिंढोरा पीटते थे, जो अब उसके लिए खतरे की घंटी बन सकती है। टिकट की दावेदारी के लिए इतनी बड़ी संख्या में आए आवेदन कांग्रेस आलाकमान के लिए जी का जंजाल बनी हुई है, जिसके चलते पार्टी अभी तक अपने किसी भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है। 

टिकट वितरण में पिछड़ी कांग्रेस

हालांकि टिकट वितरण के मामले में बीजेपी कांग्रेस पर बीस साबित हुई, जिसने कांग्रेस को पछाड़ते हुए 90 में से 67 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। यह बहादुरी भरा फैसला भाजपा के लिए बहुत फायदे का सौदा हो सकता है। कांग्रेस पार्टी में हुड्डा और सैलजा की गुटबाजी के कारण टिकट वितरण को लेकर फिलहाल पार्टी किसी अंतिम फैसले पर पहुंचती दिखाई नहीं दे रही है। वहीं, हमेशा की तरह बीजेपी ने एक कदम आगे रहते हुए अधिकतर सीटों पर अपने मजबूत उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। 

अब प्रदेश की अधिकतर सीटों पर जनता को जहां भाजपा की ओर से अपने उम्मीदवार के बारे में बेहतर ढंग से समझने और जानने का मौका मिलेगा। वहीं, पार्टी के उम्मीदवारों को भी जनता के बीच जाकर सीधा संवाद करने और अपनी बात रखने के लिए अधिक समय मिलेगा। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के लिए अभी भी टिकट पाने की चाह रखने वालों की भीड़ सिर दर्द बनी हुई है। 

BJP के हाल से डरी कांग्रेस

इतने उम्मीदवारों में से हर सीट पर किसी एक को ही टिकट मिल सकता है और जिन उम्मीदवारों को टिकट नहीं मिला, वो बागी हो कर कांग्रेस छोड़ भी सकते हैं, और पार्टी के विरोध में काम भी कर सकते हैं। टिकट वितरण के बाद बीजेपी में मची भगदड़ को देखते हुए कांग्रेस हाई कमान की अब फूंक-फूंककर कदम रख रही है, जिसके चलते पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा करने में देरी हो रही है। हालांकि बीजेपी की संगठन शक्ति और उसका मैनेजमेंट से सब परिचित है, उसे पूरा भरोसा है कि वो अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की सभी उम्मीदों और नाराज़गी को साध लेगी।

फिर होगी कांग्रेस की बैठक

हरियाणा के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में चल रही खींचतान के चलते पार्टी अभी तक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है। सीईसी की ओर से आज शाम को दोबारा से बैठक का आयोजन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि करीब दो दर्जन सीटों पर पंच फंसा हुआ है। सीईसी की बैठक से पहले सब कमेटी की भी बैठक होगी। बता दें कि कांग्रेस में हरियाणा के टिकट वितरण को लेकर पिछले कईं दिनों से लगातार मंथन किया जा रहा है। अब बीजेपी की लिस्ट आने के बाद हुई बगावत के बाद कांग्रेस आलाकमान पहले से अधिक सतर्क हो गई है। इसलिए वह हर कदम सोच समझकर रख रही है।

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