प्रधानमंत्री मोदी ने शंकर नेत्रालय के संस्थापक बद्रीनाथ के निधन पर शोक जताया

प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई स्थित सुप्रसिद्ध अस्पताल शंकर नेत्रालय के संस्थापक एस एस बद्रीनाथ के निधन पर मंगलवार को शोक जताया और कहा कि आंखों के इलाज में उनके योगदान तथा समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है।

बद्रीनाथ का मंगलवार को चेन्नई में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूरदर्शी, नेत्र रोग विशेषज्ञ और शंकर नेत्रालय के संस्थापक डॉ. एस एस बद्रीनाथ जी के निधन से गहरा दुख हुआ। आंखों के इलाज में उनके योगदान और समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है। उनका काम पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

बद्रीनाथ ने साल 1978 में चिकित्सा अनुसंधान प्रतिष्ठान के रूप में शंकर नेत्रालय की स्थापना की थी। उन्हें 1983 में पद्मश्री और 1999 में पद्म भूषण से नवाजा गया था।

भूटान नरेश दिल्ली पहुंचे, प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का कार्यक्रम

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक तीन नवंबर से शुरू हुई अपनी आठ दिवसीय भारत यात्रा के तहत रविवार को दिल्ली पहुंचे और हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने गर्मजोशी से उनकी अगवानी की। यह भारत द्वारा उनकी यात्रा को दिए जा रहे महत्व को रेखांकित करता है।

वांगचुक की भारत यात्रा भूटान और चीन द्वारा अपने दशकों पुराने सीमा विवाद के शीघ्र समाधान के लिए नए सिरे से की जा रही कोशिश के बीच हो रही है।

भारत, भूटान और चीन के बीच सीमा विवाद पर बातचीत पर करीबी नजर रख रहा है, क्योंकि इसका भारत के सुरक्षा हितों पर प्रभाव पड़ सकता है, खासकर ‘डोकलाम ट्राई-जंक्शन’ क्षेत्र में।

वांगचुक की भारत की आठ दिवसीय यात्रा तीन नवंबर को गुवाहाटी से शुरू हुई।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘महामहिम भूटान नरेश का नयी दिल्ली आने पर विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर ने गर्मजोशी से स्वागत किया। महामहिम भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह यात्रा एक अहम साझेदार के साथ मित्रता और सहयोग के घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करेगी।’’

भूटान नरेश का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जयशंकर से मुलाकात करने का कार्यक्रम है।

विदेश मंत्रालय ने दो नवंबर को कहा था कि भूटान नरेश की यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।

पिछले महीने, भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ बातचीत की थी।

वार्ता के बाद चीन द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि भूटान दृढ़ता से एक-चीन के सिद्धांत का समर्थन करता है और सीमा मुद्दे के शीघ्र समाधान के लिए चीन के साथ काम करने और राजनयिक संबंध स्थापित करने की राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।

चीन और भूटान ने अगस्त में अपने सीमा विवाद का समाधान करने के लिए ‘तीन-चरणीय रूपरेखा’को लागू करने के लिए तेजी से कदम उठाने पर सहमत हुए थे।

अक्टूबर 2021 में, भूटान और चीन ने अपने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए वार्ता में तेजी लाने के लिए ‘तीन-चरणीय रूपरेखा’ को लेकर समझौता किया था।

चीन ने भारत के साथ डोकलाम में गतिरोध के चार साल बाद भूटान के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध तब शुरू हुआ था, जब चीन ने उस क्षेत्र में एक सड़क का विस्तार करने की कोशिश की, जिसपर भूटान अपना दावा करता है। डोकलाम में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच 73 दिनों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही थी।

PM मोदी एशियाई पैरा खेलों के विजेताओं से संवाद करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में एशियाई पैरा खेलों में भाग लेने वाले भारतीय दल से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

PMO ने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान मोदी खिलाड़ियों को संबोधित भी करेंगे। उसके मुताबिक खिलाड़ियों से संवाद का यह कार्यक्रम एशियाई पैरा खेलों में भारतीय खिलाड़ियों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई देने और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें प्रेरित करने का एक प्रयास है।

भारत ने एशियाई पैरा खेल 2022 में 29 स्वर्ण सहित कुल 111 पदक जीते। एशियाई पैरा खेल 2022 में पदकों की संख्या में पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (2018 में) की तुलना में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और जीते गए 29 स्वर्ण पदक 2018 में जीते गए स्वर्ण पदकों से लगभग दोगुने हैं।

बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में खिलाड़ी, उनके प्रशिक्षक, भारतीय पैरालंपिक समिति और भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकारी, राष्ट्रीय खेल महासंघों के प्रतिनिधि और युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधिकारी भाग लेंगे।

PM मोदी ने गुजरात की पहली हैरिटेज ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को गुजरात की पहली हैरिटेज ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तीन कोच वाली इस ट्रेन को एक इलेक्ट्रिक इंजन द्वारा चलाया जाएगा और इसे इस तरह डिजाइन किया गया है ताकि लोगों को भाप इंजन से चलने वाली रेलगाड़ियों की तरह ही अनुभव हो जैसे कि शुरुआती दिनों में धुआं उड़ाती और सीटी बजाती ट्रेनों में लोग अनुभव किया करते थे।

यह ट्रेन एकता नगर से अहमदाबाद के बीच चलेगी और इससे पर्यटकों को सरदार वल्लभभाई पटेल के स्मारक ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ तक आवागमन में सुविधा होगी।

मोदी ने यहां एकता दिवस समारोह के दौरान ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, ‘‘आज यहां एक स्पेशल हैरिटेज ट्रेन का एक नया आकर्षण भी जुड़ने जा रहा है। एकता नगर स्टेशन और अहमदाबाद के बीच चलने वाली इस ट्रेन में हमारी विरासत की झलक भी है और आधुनिक सुविधाएं भी हैं। इसके इंजन को भाप इंजन का लुक दिया गया है, लेकिन ये चलेगी बिजली से।’’

एकता नगर, जिसे केवड़िया के नाम से भी जाना जाता है, नर्मदा जिले में है।

तीनों डिब्बों में 48-48 सीटें हैं और पर्यटक 28-सीटर एसी रेस्तरां डाइनिंग कार में सागौन की लकड़ी की डाइनिंग टेबल और दो सीटर कुशन वाले सोफे पर बैठ कर चाय और स्नैक्स का आनंद ले सकते हैं।