जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़, सात आईईडी बरामद

सुरक्षा बलों ने रविवार को जम्मू कश्मीर में पुंछ जिले के एक जंगल में आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया और सात आईईडी बरादम किये तथा एक वायरलेस सेट जब्त किया।

अधिकारियों ने बताया कि यह ठिकाना सुरनकोट इलाके में दारा सांगला में एक गुफा के अंदर था। पुलिस और सेना के संयुक्त खोज दल ने इसका भंडाफोड़ किया।

उन्होंने बताया कि ठिकाने से कंबल और कुछ अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि एक मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है। अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इलाके में दो दशक पहले सक्रिय आतंकवादी इस ठिकाने का इस्तेमाल करते थे।

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पुन: यातायात के लिए खोला गया

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार को यातायात के लिए दोबारा खोल दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश और बर्फबारी के बाद हुए भूस्खलन के कारण चार दिन तक बंद रहने के बाद राजमार्ग को शुक्रवार तड़के पुन: खोल दिया गया है।

यातायात विभाग के प्रवक्ता ने कहा,”जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात चल रहा है लेकिन रामसू सेक्टर में सिंगल लेन और खराब सतह होने के कारण वाहनों की आवाजाही धीमी है।”

उन्होंने कहा कि आज सुबह दोनों ओर से हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) को अनुमति दी गई। वहीं, वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए भारी वाहनों को नियंत्रित तरीके से भेजा जा रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि नाशरी और बनिहाल सुरंगों के बीच गंगरू, कैफेटेरिया-मेहद और डलवास में सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी।

राजमार्ग पर फंसे सभी वाहनों को हटा दिए जाने के बाद दोनों राजधानी शहरों से यातायात की अनुमति देने का निर्णय बृहस्पतिवार देर रात लिया गया।

राजमार्ग पर भूस्खलन होने और पहाड़ियों से पत्थर गिरने के बाद सड़क दर्जनों जगह से अवरुद्ध हो गई थी, जिसके चलते सोमवार को यातायात बाधित हो गया था।

बुधवार को मौसम में सुधार होने के साथ, संबंधित एजेंसियों ने श्रमिकों और भारी मशीनों की मदद से फंसे वाहनों के लिए राजमार्ग को आंशिक रूप से खोल दिया।

किश्तवारी पथेर में भारी भूस्खलन से राजमार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया और आखिरकार बृहस्पितवार को राजमार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया।

पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया

Indian Border Security Force (BSF) soldiers take up positions at an outpost along a fence at the India-Pakistan border in R.S Pora south-west of Jammu on October 2, 2016. India has evacuated thousands of people near the Pakistani border in Punjab state following the military raids on militant posts, which provoked furious charges of "naked aggression" from Pakistan. The move followed a deadly assault on one of India's army bases in Kashmir that New Delhi blamed on Pakistan-based militants, triggering a public outcry and demands for military action. / AFP PHOTO / TAUSEEF MUSTAFA

पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक चौकी पर अकारण गोलीबारी कर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों के अनुसार, मकवाल में सीमा चौकी पर तैनात बीएसएफ जवानों ने सीमा पार से गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। यह गोलीबारी शाम 5.50 बजे शुरू होकर 20 मिनट से अधिक समय तक जारी रही। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ कोई हताहत या क्षति नहीं हुई।

पिछले साल, 8-9 नवंबर की मध्यरात्रि को सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलीबारी में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई थी। 25 फरवरी, 2021 को दोनों देशों के बीच नए सिरे से संघर्षविराम पर सहमति बनने के बाद से मौत का यह पहला मामला था।

इससे पहले 26 अक्टूबर को जम्मू के अरनिया सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान और एक महिला घायल हो गई थी, जबकि 17 अक्टूबर को इसी तरह की घटना में एक अन्य बीएसएफ जवान घायल हो गया था।

अधिकारियों ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

संघर्षविराम उल्लंघन की घटना ऐसे वक्त हुई है जब जम्मू-कश्मीर प्रशासन 20 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा की तैयारी कर रहा है। अपनी यात्रा के दौरान मोदी का जम्मू में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है।

जम्मू-कश्मीर: आतंकवादियों को सहायता देने, लश्कर के लिए काम करने वाले व्यक्ति की संपत्ति कुर्क

जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह देने और लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने वाले व्यक्ति की संपत्ति सोमवार को कुर्क कर ली गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।

एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मध्य कश्मीर जिले में रुडबुघ मागम इलाके के निवासी मोहम्मद रमजान मीर के मकान को कुर्क कर लिया।

उन्होंने कहा कि मीर आतंकवादियों का एक सहयोगी है या प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर के लिए काम करता है।

अधिकारी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), शस्त्र अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि यह संपत्ति गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 2(जी) के तहत आतंकवादी गतिविधियों से हुई आय के जरिए अर्जित की गई थी।

उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल इरादतन आतंकवादियों को पनाह देने के लिए भी किया जाता था।

जम्मू कश्मीर: सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधि के बाद पुंछ में तलाशी अभियान शुरू किया

सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के कई गांवों में शुक्रवार को तलाशी अभियान चलाया। यह अभियान क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि की सूचना के बाद शुरू किया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।

अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान मंडी तहसील के सावजियन इलाकों में चलाया गया और इसमें खोजी कुत्तों के दस्तों और हवाई निगरानी का इस्तेमाल किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, पुंछ के कृष्णाघाटी, धरती, धारा, मगनाड और जल्लास इलाकों में उन आतंकवादियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलया जा रहा है, जिन्होंने शुक्रवार को सेना के वाहनों के काफिले पर गोलीबारी की थी।

उन्होंने बताया कि घने जंगल वाले इलाके की तलाशी के लिए सैनिक स्वान दस्तों और हवाई निगरानी का इस्तेमाल कर रहे हैं।