हरियाणा में अब दो की बजाए एक ही चरण में होंगे निकाय चुनाव, राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का खुलासा
Now in Haryana, municipal elections will be held in one phase instead of two, State Election Commissioner Dhanpat Singh disclosed
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में होने वाले निकाय चुनाव को दो चरणों में कराए जाने की प्रक्रिया को अब चुनाव आयुक्त ने बदल दिया है। अब हरियाणा में दो की बजाए एक ही चरण में निकाय चुनाव करवाए जाएंगे। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह की ओर से इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इतना ही नहीं हरियाणा में होने वाले निकाय चुनाव दिल्ली के विधानसभा चुनाव और मतगणना के बाद ही होंगे।
‘एक साथ होंगे सभी निकायों के चुनाव’
हरियाणा के चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि प्रदेश में एक साथ ही सभी निकायों के चुनाव करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव करवाने के कारण लगने वाली आचार संहिता के चलते आम जनता को भी परेशानी होती है और साथ ही विकास कार्यों पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए अब एक ही चरण में चुनाव करवाने का फैसला लिया गया है।
‘28 जनवरी तक तैयार होगी सभी मतदाता सूचियां’
निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश में मतदाता सूचियों को अपडेट किया जा रहा है। इसमें 27 नगर पालिका, परिषद और नगर निगम की वोटर लिस्ट 6 जनवरी को प्रकाशित की जा चुकी है। इसके अलावा रोहतक और हिसार नगरनिगम की मतदाता सूची को बनाने का कार्य किया जा रहा है, जोकि 15 जनवरी तक प्रकाशित कर दी जाएगी। साथ ही करनाल और यमुनानगर नगर निगम की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 28 जनवरी तक कर दिया जाएगा। इस प्रकार से इसी माह के अंत तक प्रदेश के सभी निकायों की सूची का प्रकाशन हो जाएगा।
‘यहां नहीं होंगे चुनाव’
हरियाणा में होने वाले निकाय चुनाव में इस बार दो स्थानों पर चुनाव नहीं करवाए जाएंगे। चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि इनमें पानीपत नगर निगम में अभी वार्ड बंदी का कार्य किया जा रहा है। इसलिए वहां फिलहाल चुनाव नहीं करवाए जाएंगे। इसी प्रकार के सिरसा जिले की कालांवाली नगर पालिका को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है, जिसके चलते वहां भी चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।
‘EVM की फर्स्ट लेवल चेकिंग जारी’
निकाय चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से अपनी तैयारियां शुरू कर दी गई है। सभी स्थानों पर ईवीएम पहुंचा दी गई है। इसे लेकर अब ईवीएम की फर्स्ट लेवल की चेकिंग का कार्य किया जा रहा है। धनपत सिंह ने बताया कि ईवीएम में लगने वाले मतपत्र को छोड़कर शेष सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
‘EVM से ही होंगे निकाय चुनाव’
कांग्रेस की ओर से लगातार निकाय चुनाव ईवीएम की बजाए बैलेंट पेपर से करवाए जाने की मांग किए जाने पर राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि उनके पास किसी भी राजनीतिक दल और आमजन की ओर से इस बारे में कोई मांग नहीं आई है। हालांकि उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने को भी संभव बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर की बजाए ईवीएम से चुनाव करवाए जाने के कारण चुनाव प्रक्रिया आसान होती है। बैलेट पेपर में मतदान के समय कहीं पर कोई निशान ऊपर या नीचे हो जाता था, जिसे लेकर मतगणना के समय में दिक्कत होती थी, लेकिन ईवीएम से चुनाव होने पर ऐसा कुछ नहीं होता। साथ ही मतगणना में भी आसानी होती है।
‘पंच के चुनाव ही बैलेट पेपर पर’
धनपत सिंह ने बताया कि उन्होंने जून 2022 में भी निकाय चुनाव ईवीएम से ही कराए थे, उस समय किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई थी। इसके अलावा अक्टूबर-नवंबर 2022 में जिला परिषद और पंचायतों के चुनाव भी ईवीएम से ही करवाए गए थे, उस समय भी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई थी। प्रदेश में सभी चुनाव ईवीएम से ही करवाए जाते हैं, केवल पंचों के चुनाव में ही बेल्ट पेपर का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि उनकी संख्या 60 हजार से अधिक होती है। इसलिए इतनी संख्या में ईवीएम की व्यवस्था नहीं हो सकती।
इस दिन होगा हरियाणा में निकाय चुनाव !
हरियाणा में निकाय चुनाव की तारीख को लेकर धनपत सिंह ने बताया कि चूंकि दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव का सीधे तौर पर हरियाणा से कोई नाता नहीं है। वहां पर 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को मतगणना होनी है। इसके अलावा हरियाण में निकाय चुनाव के लिए मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाश 28 जनवरी को होगा। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद पूरी प्रक्रिया का 25 दिन का कार्यक्रम होता है। ऐसे में यहां दिल्ली चुनाव के बाद ही निकाय के चुनाव होंगे।
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