हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2 महत्वाकांक्षी पर्यावरण संरक्षण योजनाओं का किया शुभारंभ

Jul 14, 2024 - 09:29
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हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2 महत्वाकांक्षी पर्यावरण संरक्षण योजनाओं का किया शुभारंभ
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 2 महत्वाकांक्षी पर्यावरण संरक्षण योजनाओं का किया शुभारंभ

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल में आयोजित 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के दौरान 2 महत्वाकांक्षी पर्यावरण संरक्षण योजनाओं का शुभारंभ किया। 'वन मित्र' और 'एक पेड़ मां के नाम योजना' नामक नई योजनाओं का उद्देश्य वृक्षारोपण प्रयासों को बढ़ाना और पर्यावरण की सुरक्षा करना है। 

वन मित्र योजना के तहत, सरकार वन मित्रों को गड्ढे खोदने, पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा के लिए प्रति पेड़ 20 रुपये प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, 'एक पेड़ मां के नाम योजना' के तहत लोगों द्वारा लगाए गए पेड़ों को देखभाल और सुरक्षा के लिए वन मित्रों को सौंपा जाएगा, जिसके लिए उन्हें (वन मित्रों को) सरकार द्वारा प्रति पेड़ 10 रुपये प्रदान किए जाएंगे।

इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने करनाल में ऑक्सी-वन का उद्घाटन किया, जो एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय परियोजना है। 40 हेक्टेयर में फैली इस ऑक्सी-वन की आधारशिला 5 जून, 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रखी थी।

ऑक्सी-वन में 9 अलग-अलग तरह के वन विकसित किए जा रहे हैं। अब तक ऑक्सी-वन में 10,000 पेड़ लगाए जा चुके हैं। आज विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संगठनों, छात्रों और एनसीसी कैडेटों द्वारा एक साथ 20,000 अतिरिक्त पौधे लगाए गए।

मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को उनके समर्पित प्रयासों के लिए बधाई दी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान वन विभाग द्वारा प्रकाशित नौ नई पुस्तकों का विमोचन किया, जिससे पर्यावरण शिक्षा और जागरूकता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर और अधिक जोर दिया गया।

पीएम मोदी ने एक पेड़ माँ के नाम योजना का किया था शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में एक पेड़ मां के नाम नामक एक अनूठी मुहिम की शुरूआत की थी।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि 'जितना सम्मान हम अपनी मां को देते हैं, जिसने हमें जन्म दिया, उतना ही सम्मान हमें धरती मां को भी देना चाहिए, जिसने हमारा पालन-पोषण किया। अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाने से न केवल हमारी मां को सम्मान मिलेगा, बल्कि धरती मां की भी रक्षा होगी।'

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य की हरियाली बढ़ाने और प्रदूषण कम करने के लिए हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

हर परिवार को लगाना चाहिए एक पेड़

मुख्यमंत्री नायब सिंह बादल ने पर्यावरण प्रदूषण की बढ़ती वैश्विक चिंता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस वर्ष हरियाणा के कई जिलों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

उन्होंने इस संकट से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सरल लेकिन प्रभावी कदम के रूप में प्रत्येक परिवार से कम से कम एक पेड़ लगाने की अपील की।

उन्होंने लोगों को अपने व्यक्तिगत महत्वपूर्ण अवसरों जैसे कि बच्चे का जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी भी खुशी के अवसर पर वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह कार्य न केवल पर्यावरण के लिए योगदान देता है, बल्कि इन विशेष आयोजनों से जुड़ी स्थायी यादें भी बनाता है।

बढ़ता हुआ पेड़ प्रगतिशील राष्ट्र का प्रतीक

मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि बढ़ता हुआ पेड़ प्रगतिशील राष्ट्र का प्रतीक है। हरियाणा की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने कृषि के लिए मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में पेड़ों और जंगलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

मुख्यमंत्री ने व्यापक वृक्षारोपण के माध्यम से वनों के विकास तथा पेड़-पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की संख्या में वृद्धि से सीधे तौर पर स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण में योगदान मिलता है।

शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 22 ऑक्सीवैन किए गए स्थापित

मुख्यमंत्री ने कोविड महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि कोविड महामारी ने हमें सिखाया है कि इस धरती पर जीवन बचाने के लिए ऑक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण है।

इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हर जिले में 5 से 100 एकड़ क्षेत्र में ऑक्सी-वैन विकसित करने की योजना शुरू की है। वर्ष 2022-23 में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 22 ऑक्सी-वैन स्थापित किए जा चुके हैं। जिला पंचकूला में ऑक्सी-वैन स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा को हरा-भरा बनाने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए अरावली पहाड़ियों में आने वाले गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों में वर्ष 2023-24 में 22,425 हेक्टेयर क्षेत्र को आरक्षित वन के रूप में अधिसूचित किया गया है और इसके संरक्षण पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

इसके अलावा, सरकार ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में स्थित 134 तीर्थों में पंचवटी वाटिका का निर्माण शुरू किया है। ये तीर्थ कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल और पानीपत जिलों में स्थित हैं।

75 वर्ष से अधिक आयु के वृक्षों के रखरखाव के लिए दी जाती है 2750 रुपये पेंशन 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 75 वर्ष से अधिक आयु के वृक्षों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्राणवायु देवता पेंशन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत वृक्षों के रखरखाव के लिए प्रति वृक्ष 2750 रुपये प्रति वर्ष पेंशन का प्रावधान किया गया है। 

वर्ष 2023-24 में 3819 वृक्षों के संरक्षकों के बैंक खातों में प्रति वृक्ष 2750 रुपये की राशि जमा कर दी गई है। इसी प्रकार, राज्य में ‘हर गांव पढ़ाई की छांव’, ‘पौधागिरी’ और ‘हर घर हरियाली’ जैसी योजनाएं सफलतापूर्वक चलाई जा रही हैं।

प्रदेश में रोपे गए 18 करोड़ पौधे 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी पूरे हरियाणा में करीब 1.5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अक्टूबर 2014 से अब तक राज्य में करीब 18 करोड़ पौधे सफलतापूर्वक लगाए जा चुके हैं।

इन प्रयासों की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए, वन विभाग नियमित रूप से जियो-टैगिंग ड्रोन के माध्यम से नए लगाए गए और मौजूदा पेड़ों की वृद्धि का मानचित्रण और निगरानी करेगा। 

पांच वर्षों की अवधि में उनकी वृद्धि पर नजर रखी जाएगी, जिसका उद्देश्य हरियाणा के वन क्षेत्र को बढ़ाना तथा राज्य के हरित आवरण के समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।

मोरनी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हर्बल वन स्थापित

मुख्यमंत्री ने कहा कि औषधीय पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सरकार ने विभिन्न जिलों में हर्बल पार्क विकसित किए हैं। मोरनी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हर्बल वन स्थापित किया गया है।

इसके अलावा, सोनीपत जिले के मुरथल में 116 एकड़ भूमि पर तथा यमुनानगर के सढौरा में 11.25 एकड़ भूमि पर नगर वन विकसित किए गए हैं।

इसी प्रकार, करनाल, पंचकूला, फरीदाबाद, गुरुग्राम और पलवल में नगर वन विकसित किए जा रहे हैं।इसके अलावा, स्थानीय लोगों को वन एवं पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए राज्य में लगभग 2500 ग्राम वन समितियां काम कर रही हैं।

हर व्यक्ति को लगाना चाहिए एक पेड़: मंत्री संजय सिंह

इस अवसर पर पर्यावरण, वन, वन्य जीव एवं खेल राज्य मंत्री संजय सिंह ने लोगों से अपील की कि वे आज से शुरू की गई एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाएं और सरकार के प्रदेश को हरा-भरा एवं प्रदूषण मुक्त बनाने के विजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें, ताकि आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण प्रदूषण जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

इस अवसर पर इंद्री के विधायक राम कुमार कश्यप, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव आनंद मोहन शरण, प्रधान मुख्य वन संरक्षक पंकज गोयल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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