BCCI ने किया नियम में बदलाव, दौरे पर खिलाड़ियों के साथ नहीं रह सकेगा परिवार
गौतम गंभीर के निजी मैनेजर को भी VIP बॉक्स या टीम बस में बैठने की इजाजत नहीं होगी उन्हें किसी दूसरे होटल में रहना होगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत खिलाड़ियों की पत्नियों और परिवार के सदस्यों को टूर्नामेंट के दौरे पर उनके साथ रहने की अनुमति सीमित कर दी गई है। यह फैसला ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिया गया है, जिसमें भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था।
नए नियमों की मुख्य बातें
यदि दौरा 45 दिनों या उससे अधिक का है, तो खिलाड़ी केवल 14 दिनों के लिए अपने परिवार को साथ रख सकेंगे और 45 दिनों से छोटे दौरे पर खिलाड़ियों का परिवार केवल 7 दिनों तक उनके साथ रह सकता है।
टीम यात्रा
सभी खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से टीम बस से यात्रा करनी होगी। इससे पहले कुछ खिलाड़ी अलग-अलग यात्रा करते थे, जो अब प्रतिबंधित किया गया है। वहीं गौतम गंभीर के निजी मैनेजर को भी VIP बॉक्स या टीम बस में बैठने की इजाजत नहीं होगी उन्हें किसी दूसरे होटल में रहना होगा।
सामान का वजन
खिलाड़ियों के सामान का वजन 150 किलोग्राम से अधिक होने पर अतिरिक्त शुल्क उन्हें खुद उठाना होगा।
सहायक स्टाफ का कार्यकाल
सहायक स्टाफ का कार्यकाल अधिकतम तीन साल होगा, जिसमें दो साल की प्रारंभिक अवधि और एक साल का विस्तार शामिल है।
यह निर्णय BCCI द्वारा खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार लाने और उनके ध्यान को केंद्रित करने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि वे खेल पर अधिक ध्यान दे सकें और व्यक्तिगत जीवन की बाधाओं से बच सकें।
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