डॉ. बलजीत कौर ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा के लिए "आरंभ" कार्यक्रम का किया शुभारंभ

Aug 23, 2024 - 09:36
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डॉ. बलजीत कौर ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा के लिए "आरंभ" कार्यक्रम का किया शुभारंभ
डॉ. बलजीत कौर ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा के लिए "आरंभ" कार्यक्रम का किया शुभारंभ

पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने "आरंभ" कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य बचपन की शिक्षा को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सामाजिक सुरक्षा महिला एवं बाल विकास विभाग की विशेष मुख्य सचिव श्रीमती राजी पी. श्रीवास्तव और निदेशक डॉ. शेना अग्रवाल की मौजूदगी में किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. कौर ने इस बात पर जोर दिया कि "आरंभ" पहल का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाले छोटे बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। माता-पिता और समुदायों को शामिल करके, कार्यक्रम का उद्देश्य इन केंद्रों में दी जाने वाली प्रारंभिक बचपन की शिक्षा के मानक को ऊपर उठाना है।

मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि "आरंभ" परियोजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख सिद्धांतों पर आधारित है और यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) और एनआईपीसीसीडी (NIPCCD) द्वारा शुरू किए गए आधारभूत "आधारशिला" और "पोषण भी पढ़ाई भी" प्रशिक्षण पाठ्यक्रम जैसी राष्ट्रीय पहलों के अनुरूप है।

डॉ. कौर ने विस्तार से बताया कि रॉकेट लर्निंग एक सामाजिक उद्यम है, जो आधारभूत और प्रारंभिक शिक्षा पर केंद्रित है। रॉकेट लर्निंग ने इस पहल के लिए पंजाब के साथ भागीदारी की है। रॉकेट लर्निंग शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को सशक्त बनाने के लिए अभिनव रणनीतियों और प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है, जिससे 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए प्रभावी शैक्षिक अनुभव सुनिश्चित होता है। 

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक बचपन की शिक्षा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संज्ञानात्मक विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है, जिसमें 85% बच्चे का मस्तिष्क विकास 6 वर्ष की आयु तक होता है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवधि को पहचानते हुए, "आरंभ" बच्चों के लिए एक पोषण और खेल-आधारित सीखने का माहौल प्रदान करने के लिए तैयार है, जिसमें माता-पिता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी होगी। 

"आरंभ" कार्यक्रम का उद्देश्य आकर्षक गतिविधियों के माध्यम से व्यापक विकास को बढ़ावा देना है। डॉ. कौर ने आगे बताया कि "आरंभ" कार्यक्रम एक हाइब्रिड दृष्टिकोण अपनाएगा, जिसमें माता-पिता की सहभागिता, जागरूकता और सही व्यवहार को बनाए रखने के लिए पारंपरिक और डिजिटल हस्तक्षेपों को मिलाया जाएगा। यह पहल पंजाब भर के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें जिला कार्यालयों और सामुदायिक भागीदारी का समर्थन होगा। 

माता-पिता और शिक्षकों को प्रदान की जाने वाली गतिविधियाँ राज्य के पाठ्यक्रम के अनुरूप होंगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उन्हें घर पर लागू करना आसान हो और साथ ही बच्चों में संज्ञानात्मक, पूर्व-साक्षरता, पूर्व-संख्यात्मकता, सामाजिक-भावनात्मक और बढ़िया और सकल मोटर कौशल को बढ़ावा मिले।

उन्होंने आगे कहा कि सरल, व्यापक और आसानी से उपलब्ध प्रौद्योगिकी के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अभिभावकों के बीच सक्रिय और सतत सहभागिता बनाने पर ध्यान केंद्रित करके, कार्यक्रम का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों के भीतर विश्वास को बढ़ाना, अभिभावकों के व्यवहार में सुधार लाना और बच्चों के लिए बेहतर शिक्षण परिणाम प्राप्त करना है।

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