प्रदूषण की रोकथाम के लिए एक्टिव मोड में 'AAP' सरकार, CM आतिशी ने कहा- सख्ती से लागू होगा GRAP-1 का नियम

Delhi News: दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार एक्टिव मोड में नजर आ रही है. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीआरएपी के पहले चरण को लागू करने का निर्देश दिया है. मंगलवार को सीएम आतिशी ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. उन्होंने कहा कि जनवरी से 12 अक्टूबर यानी 200 दिनों तक दिल्ली की हवा गुड कटेगरी में रही है, लेकिन पिछले दो दिनों से खराब श्रेणी में है. लिहाजा, सोमवार की शाम से जीआरएपी का पहला चरण लागू कर दिया गया है.

Oct 16, 2024 - 09:20
Oct 16, 2024 - 09:21
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प्रदूषण की रोकथाम के लिए एक्टिव मोड में 'AAP' सरकार, CM आतिशी ने कहा- सख्ती से लागू होगा GRAP-1 का नियम
CM Atishi High level meeting on Pollution
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Delhi News: दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार एक्टिव मोड में नजर आ रही है. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीआरएपी के पहले चरण को लागू करने का निर्देश दिया है. मंगलवार को सीएम आतिशी ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. उन्होंने कहा कि जनवरी से 12 अक्टूबर यानी 200 दिनों तक दिल्ली की हवा गुड कटेगरी में रही है, लेकिन पिछले दो दिनों से खराब श्रेणी में है. लिहाजा, सोमवार की शाम से जीआरएपी का पहला चरण लागू कर दिया गया है.

धूल प्रदूषण रोकने के लिए 99 टीमें निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी. पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनसीआरटीसी और डीएमआरसी निर्माण स्थलों पर एंटी स्मॉग गन लगाएंगी. पीडब्ल्यूडी, एमसीडी समेत सभी विभाग सड़कों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर पूरा करेंगे. सीएम ने दिल्ली की जनता से कार पूलिंग, पटाखे, कूड़ा न जलाने और प्रदूषण की सूचना ग्रीन दिल्ली ऐप पर देने की अपील की है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार के प्रयासों की बदौलत 200 दिन बेहतर एयर क्वालिटी मिली है.

दो दिनों में हुई दिल्ली की हवा खराब 

बता दें कि 13 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 224 के स्तर पर पहुंच गया और 14 अक्टूबर को 234 पर था. पिछले 2 दिन से हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है. सीएम आतिशी ने कहा कि जीआरएपी-1 के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा निर्माण साइटों पर धूल की रोकथाम है. इस बाबत डीपीसीसी की 33 टीमें, राजस्व विभाग की 33 टीमें और उद्योग विभाग की भी 33 टीमें बनाई गई हैं. सभी 99 टीमें रोजाना प्राइवेट और सरकारी निर्माण साइटों का स्थलीय निरीक्षण कर धूल प्रदूषण की रोकथाम के लिए जारी नियमों के पालन का जायजा लेंगी.

प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार की पहल

इसके अलावा रोजाना निरीक्षणों की रिपोर्ट ग्रीन वॉर रूम, पर्यावरण मंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी जायेगी. सीएम ने कहा कि एमसीडी को कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट (सीएनडी वेस्ट) के निपटान को लेकर खास निर्देश दिए गए हैं. सीएनडी वेस्ट भी हवा की गुणवत्ता को ख़राब करता है. सीएनडी वेस्ट को हटाने के लिए दिन में 79 टीमें और रात में 75 टीमें काम करेंगी. साथ ही ओपन बायोमास वेस्ट बर्निंग रोकने के लिए एमसीडी द्वारा दिन में 116 टीमें और रात में भी 116 टीमें तैनात की जाएंगी.

उन्होंने कहा कि धूल का महत्वपूर्ण कारण सड़कों का टूटा होना है. इसके लिए युद्ध स्तर पर 1400 किमी सड़कों के रिपेयर का काम चल रहा है. साथ ही डीएमआरसी और एनसीआरटीसी की सड़कों की रिपेयरिंग के लिए 30 अक्टूबर तक का समय निर्धारित किया गया है. एमसीडी भी अपनी सड़कों का मरम्मत करवा रही है. सड़कों पर मौजूद धूल को उड़ने से रोकने के लिए इस सीजन में एंटी स्मॉग गन तैनात किए जाते हैं. सीएम आतिशी ने बैठक में निर्देश दिया कि पीडब्ल्यूडी अपनी सड़कों और प्रदूषण के बड़े हॉटस्पॉट्स पर 200 एंटी स्मॉग गन तैनात करे.

जबकि डीएमआरसी अपने निर्माण साइटों पर 80, एमसीडी 30 और आरआरटीएस 14 एंटी स्मॉग तैनात करेगा. सीएम आतिशी ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि जाम लगने वाले स्थानों को चिन्हित कर मौके पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं. त्योहारी सीजन में आवाजाही बढ़ने के कारण ट्रैफिक देखने को मिलता है. होम गार्ड की जरूरत होने पर ट्रैफिक पुलिस दिल्ली के गृह विभाग की सूचित कर सकती है. सीएम ने कहा कि दिल्ली में जनरेटर के इस्तेमाल पर रोकथाम लगाई जाएगी.

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