अनिल विज ने पाकिस्तान को याद दिलाई युद्धों की हार, बोले समय आने पर करेंगे पक्का इंतजाम

Jul 27, 2024 - 08:26
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अनिल विज ने पाकिस्तान को याद दिलाई युद्धों की हार, बोले समय आने पर करेंगे पक्का इंतजाम
अनिल विज ने पाकिस्तान को याद दिलाई युद्धों की हार, बोले समय आने पर करेंगे पक्का इंतजाम
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

कारगिल विजय दिवस पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने पाकिस्तान को सन 1947-48, 1965, 1971 और 1999 में हुए युद्धों की हार की याद दिलाते हुए कहा कि हमने इन तमाम युद्धों में पाकिस्तान के दांत खट्टे किए हैं, लेकिन फिर से पाकिस्तान शोर मचा रहा है और समय आने पर पाकिस्तान का पक्का इंतजाम किया जाएगा।

पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने अंबाला में कारगिल विजय दिवस के अवसर शहीद मेजर योगेश गुप्ता मेमोरियल चौक पर पहुंचकर शहीद मेजर और कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जब से हमारे देश से अलग हुआ है और समय-समय पर अपनी हरकतें करता रहता है। विज ने कहा कि पाकिस्तान के साथ 1965, 1971 युद्ध हुआ और 1999 में कारगिल का युद्ध हुआ।

इन तमाम युद्धों में हमने पाकिस्तान के दांत खट्टे किए हैं, लेकिन फिर से पाकिस्तान शोर मचा रहा है। इस मौके पर उन्होंने स्वयं लिखी पंक्तियां भी गुनगुनाई।

‘टूटे-फूटे टेंकों के घर में मचा रहा शोर’
अनिल विज ने अपनी लिखी पंक्तियां सुनाते हुए कहा कि
फिर से पाकिस्तान शोर मचा रहा है, यू ही अपना नाच नचा रहा है।
ये टूटे-फूटे टेंकों के घर में शोर मचा रहा।।
क्या भूल गया वो मार जो सन 1965, 1971 और 1999 में कारगिल युद्ध में खाई थी।
क्या उतरा नहीं बुखार, जो हिन्दीयों ने दिखाया था।।
चलो फिर से याद करा देंगें, इसका पक्का काम करा देंगे।
रहे अपने ही घोसले में छुपकर, इसका ऐसा इंतजाम करा देंगें।।

कठिन हालातों में भी जवान करते हैं रक्षा

अनिल विज ने कहा कि हमारे जवान कठिन हालातों में भी खडे होकर देश की रक्षा करते हैं और जिन जांबाजों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए उनको श्रद्धाजंलि देने का दिन हैं। ऐसा ही आज यहां पर मेजर योगेष गुप्ता, जिन्होंने देष की रक्षा करते हुए अपनी शहादत दी थी उनको पुष्पाजंलि भेंट करके श्रद्धाजंलि दी गई है।

दिन-रात सच्चे प्रहरी की तरह देते हैं पहरा

उन्होंने कहा कि देष की सीमाओं पर बहुत ही कठिन हालात होते हैं और हमारे जवान वहां पर दिन-रात सच्चे प्रहरी की तरह पहरा देते है और तभी यहां पर हम अपने घरों में सो पाते हैं तथा अपने काम धंधे कर पाते हैं। इसलिए राष्ट्र को हमेषा ही इनको याद रखना चाहिए।

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