हरियाणा के मंत्रिमंडल में किसे जगह, क्या डिप्टी सीएम भी होगा ?
सरकार के ढांचे को लेकर भी चर्चा है। इसकी वजह मौजूदा सरकार के मंत्रियों के प्रति जनता की नाराजगी है। सरकार के 8 मंत्री चुनाव हार गए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि हरियाणा में बनने वाली भाजपा सरकार में नए लोगों का दबदबा रहेगा।
हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद दो ही सवाल चर्चा में हैं। पहला, सरकार कब बनेगी और दूसरा, नई सरकार का ढांचा क्या होगा? सरकार गठन को लेकर नायब सैनी ने कहा है कि अभी तारीख तय नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि नई सरकार का शपथ ग्रहण विजयादशमी के दिन हो सकता है। सरकार के ढांचे को लेकर भी चर्चा है। इसकी वजह मौजूदा सरकार के मंत्रियों के प्रति जनता की नाराजगी है। सरकार के 8 मंत्री चुनाव हार गए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि हरियाणा में बनने वाली भाजपा सरकार में नए लोगों का दबदबा रहेगा।
सरकार का स्वरूप क्या होगा?
भाजपा ने चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुके हैं। हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने साफ कहा है कि सरकार आने पर सैनी ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
ऐसे में कहा जा रहा है कि सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। सैनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से भी मिल चुके हैं। जल्द ही पार्टी की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा को लेकर प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत कुल 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं। पिछली सरकार के 8 मंत्री चुनाव हार गए हैं। 3 मंत्रियों के टिकट काटे गए। सिर्फ 2 मंत्री ही चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
चुनाव नतीजों के बाद सैनी मंत्रिमंडल में नए चेहरों को अहमियत दी जाएगी। कहा जा रहा है कि जिस तरह गैर जाटों ने लामबंद होकर पार्टी के पक्ष में वोट किया है, उसी तरह मंत्रिमंडल में उन्हीं जातियों को ज्यादा तरजीह मिल सकती है।
किस जाति को तरजीह मिल सकती है?
दलित, अहीर, गुर्जर और अन्य गैर जाट ओबीसी के साथ ब्राह्मण और राजपूतों ने भाजपा के पक्ष में भारी मतदान किया है। ऐसे में सरकार में इन जातियों का राजनीतिक दबदबा देखने को मिल सकता है। भाजपा से करीब 9 दलित विधायक चुने गए हैं। कहा जा रहा है कि सरकार में दलितों की भागीदारी बढ़ सकती है। नायब सैनी की पिछली सरकार में 2 मंत्री दलित समुदाय से थे। इस बार ब्राह्मण और राजपूत समुदाय से ज्यादा विधायक जीतकर आए हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल में इन समुदायों की भागीदारी भी बढ़ सकती है।
डिप्टी सीएम को लेकर कुछ है?
2014 में जब भाजपा ने हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब किसी को डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया था। हालांकि 2019 में जेजेपी के दुष्यंत चौटाला जरूर डिप्टी सीएम बने। अब नई सरकार में डिप्टी सीएम बनाया जाएगा या नहीं, इस पर सस्पेंस है। हालांकि भाजपा ने यूपी, एमपी, राजस्थान जैसे राज्यों में डिप्टी सीएम बनाए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि पार्टी कई राजनीतिक समीकरणों को संतुलित करने के लिए हरियाणा में भी यह कोशिश कर सकती है।
चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि दक्षिण हरियाणा की जनता ने लगातार तीन बार भाजपा को पूरा समर्थन दिया है। ऐसे में अब समय आ गया है कि भाजपा भी इस ओर देखे।
कहा जा रहा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मॉडल पर भाजपा हरियाणा में भी 2 डिप्टी सीएम बना सकती है। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी इस पर कुछ नहीं कहा गया है।
बड़े नेताओं के बेटे-बेटियों का क्या होगा?
किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव और सतपाल सांगवान के बेटे सोमवीर सांगवान चुनाव जीत गए हैं। तीनों ही नेता पार्टी में बड़े माने जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन तीनों के बच्चों को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी?
दिलचस्प बात यह है कि तीनों ही पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि इन्हें मंत्री पद मिलने की संभावना कम ही है।
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