विनेश की आंखों से छलका Paris Olympic का दर्द, भावुक होकर कही दिल की बात
भारत लौटने से पहले विनेश ने अपने माता-पिता, पति, डॉक्टर्स, फ़िजियो, OGQ और पेरिस में भारतीय दल के मुखिया रहे गगन नारंग को शुक्रिया करते हुए तीन पेज की एक चिट्ठी भी लिखी साथ ही उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि वह आगे भी रेसलिंग जारी रख सकती हैं।
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अब स्वदेश लौट आई हैं हालांकि फाइनल मुकाबले में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण उन्हें फाइनल मुकाबले से पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया था जिस कारण वह मेडल से चूक गई थीं।
बीते शनिवार वह भारत लौट आई हैं जहां दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके प्रशंसकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उनका स्वागत करने के लिए भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक और पहलवान बजरंग पुनिया हवाई अड्डे पर पहुंचे थे इस दौरान उनके साथ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हूडा भी मौजूद थे।
भारत लौटने से पहले विनेश ने अपने माता-पिता, पति, डॉक्टर्स, फ़िजियो, OGQ और पेरिस में भारतीय दल के मुखिया रहे गगन नारंग को शुक्रिया करते हुए तीन पेज की एक चिट्ठी भी लिखी साथ ही उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि वह आगे भी रेसलिंग जारी रख सकती हैं।
उन्होंने अपनी चिट्टी में आगे लिखा कि 'एक छोटे गांव की छोटी लड़की के रूप में मुझे नहीं पता था कि ओलंपिक्स क्या है और इन पांच छल्लों का क्या मतलब है। एक छोटी लड़की के रूप में मैं लंबे बालों, हाथ में मोबाइल फ़ोन और बाक़ी जो भी काम युवा लड़कियां करती हैं, वो करने के सपने देखती थी पर मेरे पिता, जो एक आम बस ड्राइवर थे, वो मुझसे कहते थे कि एक दिन वह सड़क पर बस चलाते हुए, अपनी बेटी को ऊपर जहाज में उड़ते देखेंगे वो कहते थे कि केवल मैं ही उनके सपने को हक़ीक़त में बदल पाऊंगी'।
What's Your Reaction?