उत्तर प्रदेश : 17 से ज्यादा जिले आए बाढ़ की चपेट में, 400 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित
बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर पहली बार नमो घाट को पूरी तरह बंद कर दिया गया है साथ ही सभी घाटों के पास पर्यटकों और श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गई है।
उत्तर और पश्चिम भारत के बड़े हिस्से इन दिनों बाढ़ से जुझ रहे हैं, मॉनसून की बारिश और नदियों के उफान के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आई हुई है। बाढ़ से राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। जिनमें कानपुर, लखीमपुर-खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मिर्ज़ापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर शामिल हैं। इन ज़िलों में अब तक 400 से अधिक गांवों के 84,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में 900 से अधिक राहत शिविर बनाए हैं, जहां 11,000 से ज्यादा लोग शरण ले चुके हैं। वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है जिसके बाद बाढ़ का संकट और बढ़ गया है, बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर पहली बार नमो घाट को पूरी तरह बंद कर दिया गया है साथ ही सभी घाटों के पास पर्यटकों और श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गई है।
गंगा की लहरें समुद्री लहरों की तरह बीच धारा में 10-10 फीट तक उठ रही हैं। प्रशासन की तरफ से लगातार बचाव कार्य और पेट्रोलिंग जारी है, पुलिस भी लगातार गश्त कर रही है।
What's Your Reaction?