UP News : पंचायत चुनाव की वोटर रिवीजन लिस्ट राज्य निर्वाचन आयोग ने की जारी

उत्तर प्रदेश में अप्रैल-मई 2026 में पंचायत चुनाव होने वाले हैं। इस संबंध में राज्य चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए लिस्ट जारी कर दी है।

Dec 23, 2025 - 12:56
Dec 23, 2025 - 13:57
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UP News : पंचायत चुनाव की वोटर रिवीजन लिस्ट राज्य निर्वाचन आयोग ने की जारी
UP Panchayat Elections

उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 में होने वाले पंचायत चुनावों की तैयारी के तहत मतदाता सूची के पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए वोटर रिवीजन लिस्ट जारी कर दी है। इसके साथ ही अंतिम मतदाता सूची के प्रारूप (ड्राफ्ट) का प्रकाशन भी कर दिया गया है। आयोग के अनुसार, 24 दिसंबर से 30 दिसंबर तक मतदाता सूची का सार्वजनिक निरीक्षण किया जाएगा। इस अवधि में मतदाता अपने नाम, पते या अन्य विवरणों में किसी भी तरह की त्रुटि को लेकर दावा या आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक प्राप्त दावों और आपत्तियों की जांच और निस्तारण की प्रक्रिया चलेगी।

2026 में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां तेज

सभी आपत्तियों का समाधान तय समयसीमा के भीतर किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने संकेत दिए हैं कि पूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 6 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जा सकती है। राज्य निर्वाचन आयोग का कहना है कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य पंचायत चुनावों को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराना है, ताकि कोई भी पात्र मतदाता मतदान से वंचित न रह जाए। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 में प्रस्तावित पंचायत चुनावों को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू करते हुए वोटर रिवीजन लिस्ट जारी कर दी है। इसके तहत अंतिम मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन कर दिया गया है।

आयोग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 24 दिसंबर से 30 दिसंबर तक मतदाता सूची का निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान मतदाता अपने नाम, पते या अन्य विवरणों से जुड़ी दावों और आपत्तियों को दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक प्राप्त दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया के बाद 6 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की संभावना जताई गई है। हाल ही में सामने आई जानकारी के मुताबिक, आगामी पंचायत चुनाव के लिए तैयार की जा रही मतदाता सूची में करीब 40 लाख नए नाम जोड़े गए हैं। 6 फरवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद अब केवल पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन का इंतजार रहेगा। यही आयोग सीटवार आरक्षण तय करता है। आरक्षण सूची जारी होने और उस पर आई आपत्तियों के निपटारे के बाद पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।

पंचायत चुनाव को लेकर सियासी दलों की तैयारी

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इस चुनाव के जरिए भारतीय जनता पार्टी यह दिखाने की कोशिश करेगी कि जनता का भरोसा अब भी उसके साथ है। वहीं समाजवादी पार्टी की रणनीति ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कर भविष्य के विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत आधार तैयार करने की है।

बीजेपी और सपा के अलावा राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस भी पंचायत चुनाव को लेकर अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में जुटी हैं। कांग्रेस पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी। पार्टी का कहना है कि इस फैसले का असर विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ संभावित गठबंधन पर नहीं पड़ेगा।

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