ट्रंप ने लिख दी जेलेंस्की की विदाई की पटकथा, क्या जाएगी अब कुर्सी!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर हमला बोलते हुए न सिर्फ उनकी लोकप्रियता पर सवाल उठाए, बल्कि यह भी कहा कि यूक्रेन को अब नए चुनाव कराने पर विचार करना चाहिए।

रूस और अमेरिका की दोस्ती यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की की टेंशन बढ़ा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर हमला बोलते हुए न सिर्फ उनकी लोकप्रियता पर सवाल उठाए, बल्कि यह भी कहा कि यूक्रेन को अब नए चुनाव कराने पर विचार करना चाहिए।
इस बीच सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका की उच्च स्तरीय टीम की बैठक में यूक्रेन को शामिल न किए जाने से ज़ेलेंस्की पहले ही काफी दबाव में हैं। अब खबर यह है कि ट्रंप और पुतिन की अगले हफ्ते मुलाकात हो सकती है, जिससे ज़ेलेंस्की के राजनीतिक करियर की उल्टी गिनती और तेज हो गई है।
यूक्रेन को चुनाव कराने की सलाह
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रूस और अमेरिका के बीच बैठक के बाद अमेरिका में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ज़ेलेंस्की अब बेहद अलोकप्रिय हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेनी नेता की लोकप्रियता घटकर सिर्फ़ 4% रह गई है।
ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन को अब चुनाव कराकर अपने लोगों की राय लेनी चाहिए। रूस और राष्ट्रपति पुतिन लगातार ज़ेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठाते रहे हैं क्योंकि उनका पांच साल का कार्यकाल मई 2024 में समाप्त हो रहा है और युद्ध के कारण नए चुनाव नहीं हो पाए हैं।
मंगलवार को सऊदी अरब में अमेरिका और रूसी पक्षों के बीच एक अहम बैठक हुई। बातचीत के केंद्र में यूक्रेन पर चर्चा थी लेकिन इसमें यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया। इस बैठक में चार अहम बिंदुओं पर सहमति बनी, जिनमें से एक यह था कि युद्ध को समाप्त करने के लिए उच्च स्तरीय वार्ताकार नियुक्त किए जाएंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि इस बातचीत का उद्देश्य युद्ध को समाप्त करने के लिए एक स्वीकार्य समाधान निकालना है।
ट्रंप-पुतिन की संभावित मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से कहा है कि वे इस महीने के अंत तक व्लादिमीर पुतिन से मिल सकते हैं। इससे पहले दोनों नेताओं के बीच 90 मिनट तक फोन पर बात हो चुकी है। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह नहीं बताया है कि पुतिन और ट्रंप सऊदी अरब में मिलेंगे या फिर दोनों नेताओं में से कोई एक रूस या अमेरिका जाएगा।
यूरोपीय शांति सेना की एंट्री?
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर यूरोपीय देश यूक्रेन में शांति सेना भेजना चाहते हैं तो अमेरिका को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका खुद इसमें भाग नहीं लेगा क्योंकि हम बहुत दूर हैं।
जेलेंस्की की विदाई तय?
यूक्रेन में माहौल ज़ेलेंस्की के खिलाफ़ बनता जा रहा है। हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि ज़ेलेंस्की पर सिर्फ़ 40% लोग भरोसा करते हैं, जबकि यूक्रेन के भूतपूर्व सेना जनरल वालेरी ज़ालुज़नी की लोकप्रियता 72% तक पहुँच गई है। ज़ेलेंस्की ने हाल ही में ज़ालुज़नी को यूक्रेन से दूर रखने के लिए लंदन में राजदूत नियुक्त किया था, जिससे यह अटकलें तेज़ हो गई हैं कि ज़ेलेंस्की को उनसे ख़तरा महसूस हो रहा है।
रूस के राष्ट्रपति भवन- क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि अगर ज़ेलेंस्की की वैधता का मुद्दा हल हो जाता है, तो पुतिन बातचीत के लिए तैयार हैं। इससे संकेत मिलता है कि अगर यूक्रेन में कोई नया नेतृत्व आता है, तो रूस शांति वार्ता पर ज़्यादा गंभीर रुख़ अपना सकता है।
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