Trump सरकार का सख्त आदेश, भारतीय ड्राइवरों के लिए इंग्लिश स्पीकिंग टेस्ट जरूरी
यह मामला विशेष रूप से पंजाब के अंग्रेजी न जानने वाले ट्रक ड्राइवरों द्वारा दुर्घटनाएं होने के बाद चर्चा में आया है, जिनमें जश्नप्रीत सिंह और हरजिंदर सिंह नाम के ड्राइवर शामिल हैं।
अमेरिका की ट्रंप सरकार ने पंजाब के कुछ ट्रक ड्राइवरों से हुए सड़क हादसों के बाद कड़ी कार्रवाई की है। अब भारत सहित अन्य देशों के नॉन-अमेरिकी ट्रक ड्राइवरों के लिए इंग्लिश स्पीकिंग टेस्ट अनिवार्य करने का आदेश दिया है। इस टेस्ट में पास न होने वालों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए जा रहे हैं। अब तक 7,000 से अधिक विदेशी ड्राइवर इस टेस्ट में फेल हो चुके हैं।
इसका मकसद ट्रक ड्राइविंग से जुड़ी अंग्रेजी भाषा की दक्षता सुनिश्चित करना है ताकि सड़क सुरक्षा बढ़ाई जा सके। खासकर अमेरिका के कैलीफोर्निया और फ्लोरिडा में यह नियम सख्ती से लागू किया जा रहा है।
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि पिछली सरकारों ने इस नियम को गंभीरता से नहीं लिया था, जिसके कारण गैर-अंग्रेजी बोलने वाले ड्राइवरों को भी लाइसेंस मिल जाते थे। अब पुलिस सड़क पर ही ड्राइवरों का इंग्लिश टेस्ट ले रही है और अंग्रेजी बोलने में असमर्थ ड्राइवरों को तुरंत ट्रक से उतार दिया जाता है। यह कदम ट्रक दुर्घटनाओं में कमी लाने और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
इस नीति के विरोध में कैलिफोर्निया सरकार ने भी कुछ आपत्तियां जताईं हैं, क्योंकि वहां के कमर्शियल लाइसेंस के लिए अंग्रेजी अनिवार्य नहीं है, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने अपनी सख्ती जारी रखी है।
यह मामला विशेष रूप से पंजाब के अंग्रेजी न जानने वाले ट्रक ड्राइवरों द्वारा दुर्घटनाएं होने के बाद चर्चा में आया है, जिनमें जश्नप्रीत सिंह और हरजिंदर सिंह नाम के ड्राइवर शामिल हैं। इसके बाद ट्रंप सरकार ने प्रवासियों के प्रति सख्त रुख अपनाया है और अंग्रेजी बोलने को लॉजिस्टिक सेक्टर में अनिवार्य कर दिया है।
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