सड़क सुरक्षा को लेकर भारत में 2 से 4 सितंबर के बीच होगा 15वें विश्व सम्मेलन का आयोजन
इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-दिल्ली और जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तथा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (एनआईएमएचएएनएस) के सहयोग से किया जा रहा है। यह सम्मेलन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा सह-प्रायोजित है।
भारत चोट की रोकथाम और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर 2 से 4 सितंबर के बीच 15वें विश्व सम्मेलन ‘सेफ्टी 2024’ की मेजबानी करेगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य सड़क सुरक्षा और डूबने से बचाव जैसे क्षेत्रों में वैश्विक प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना है।
इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-दिल्ली और जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) तथा राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (एनआईएमएचएएनएस) के सहयोग से किया जा रहा है। यह सम्मेलन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा सह-प्रायोजित है।
इस सम्मेलन का विषय ''सभी के लिए सुरक्षित भविष्य का निर्माण: चोट और हिंसा की रोकथाम के लिए न्यायसंगत और टिकाऊ रणनीतियां'' होगा। यह सम्मेलन चोट और हिंसा को कम करने के वैश्विक प्रयासों पर प्रकाश डालेगा, विशेष रूप से बच्चों और किशोरों के बीच जागरुकता फैलाकर।
तीन दिनों तक, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ दुनिया भर में सुरक्षित वातावरण बनाने और चोटों को रोकने के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान, नवीन प्रथाओं और सहयोगी रणनीतियों को साझा करेंगे।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देंगे, जिसमें वे देश भर में सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे।
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