स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रीय युवा दिवस 2025, जानें इसके पीछे का इतिहास
आज स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन है, जिसे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है, और 1984 से यह परंपरा शुरू हुई थी।
आज स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन है, जिसे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है, और 1984 से यह परंपरा शुरू हुई थी। स्वामी विवेकानंद ने हमेशा युवा शक्ति को प्राथमिकता दी और उन्हें प्रेरित किया। उनका यह संदेश था कि युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपने देश के लिए अच्छे कार्य करने चाहिए।
स्वामी विवेकानंद का जीवन और योगदान
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था। उनका असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। वे एक महान विचारक और समाज सुधारक थे, जिन्होंने हमेशा मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो विश्व धर्म महासभा में अपने ऐतिहासिक भाषण से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया था। यह भाषण आज भी लोगों को प्रेरित करता है और भारत को एक सम्मानजनक स्थान दिलवाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य
स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का मुख्य उद्देश्य है, युवाओं को मार्गदर्शन और प्रेरणा देना। स्वामी विवेकानंद के विचारों ने न केवल भारतीय युवाओं को, बल्कि पूरी दुनिया के युवाओं को प्रेरित किया। उनका यह संदेश था कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है, और उन्हें आत्मविश्वास और समर्पण के साथ अपने कार्यों में लगना चाहिए।
देशभर में आयोजित कार्यक्रम
स्वामी विवेकानंद के विचारों को फैलाने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर साल उनके जन्मदिन पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में निबंध प्रतियोगिताएं, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और खेल गतिविधियां होती हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता और राष्ट्र सेवा की भावना को बढ़ावा देना है।
2025 में राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम
साल 2025 के राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य विषय "राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण" है। इस थीम का उद्देश्य युवाओं को देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना है। इसके अलावा, इस वर्ष की दूसरी थीम "युवा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना" (Youth for a Sustainable Future: Shaping the Nation with Resilience and Responsibility) है। यह थीम युवाओं को एक ऐसे भविष्य की ओर प्रेरित करती है जो समृद्ध हो और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील भी हो, ताकि वे राष्ट्र की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हों।
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