बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मद्देनजर मणिपुर में दो दिन तक स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद, इंटरनेट सेवाओं पर रोक
मणिपुर सरकार के आदेश के मुताबिक, इंटरनेट पर प्रतिबंध 15 सितंबर तक जारी रहेगा। इससे पहले आज मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (ऑपरेशन) आईके मुविया ने कहा कि वे ड्रोन बम विस्फोट मामले की जांच के दौरान एकत्र किए गए सभी सबूत केंद्रीय जांच एजेंसियों को सौंप देंगे और इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाएगी।
मणिपुर में हिंसा और तनाव का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अगर पिछले 7 दिनों की बात करें तो अलग-अलग जगहों पर हुई हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 15 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पिछले कुछ दिनों में राजधानी इंफाल में हुए ड्रोन हमलों के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाला और राजभवन और सीएम आवास तक पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे गए।
राज्य सरकार ने प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मद्देनजर 11-12 सितंबर को सभी स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश जारी किया है। वहीं, छात्रों के बढ़ते आंदोलन के बीच मणिपुर सरकार ने मंगलवार को पूरे राज्य में इंटरनेट सेवाओं को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया। राज्य के गृह विभाग ने एक अधिसूचना में कहा कि सरकार ने तस्वीरें, अभद्र भाषा और नफरत भरे वीडियो प्रसारित करने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए यह फैसला लिया है।
मणिपुर सरकार के आदेश के मुताबिक, इंटरनेट पर प्रतिबंध 15 सितंबर तक जारी रहेगा। इससे पहले आज मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (ऑपरेशन) आईके मुविया ने कहा कि वे ड्रोन बम विस्फोट मामले की जांच के दौरान एकत्र किए गए सभी सबूत केंद्रीय जांच एजेंसियों को सौंप देंगे और इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाएगी।
ऑपरेशन के लिए पुलिस महानिरीक्षक आईके मुविया ने कहा, हम विभिन्न सबूत एकत्र कर रहे हैं। संभवत: हम ऐसे महत्वपूर्ण मामलों को राष्ट्रीय जांच एजेंसियों को सौंपेंगे ताकि उनकी उच्चतम स्तर पर जांच हो सके। हमने बम के सभी टुकड़े बरामद कर लिए हैं, उन्हें इस्तेमाल किए गए रसायनों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है।
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