हरियाणा की रीना भट्टी ने किर्गिज़स्तान की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया तिरंगा, बनीं पहली भारतीय महिला
हरियाणा की धरती ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यहां की छोरियां किसी से कम नहीं हैं। हिसार की रहने वाली पर्वतारोही रीना भट्टी ने किर्गिज़स्तान की सबसे ऊंची चोटी लेनिन पर तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया है।
हरियाणा की धरती ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यहां की छोरियां किसी से कम नहीं हैं। हिसार की रहने वाली पर्वतारोही रीना भट्टी ने किर्गिज़स्तान की सबसे ऊंची चोटी लेनिन पर तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया है। 7,134 मीटर ऊंची इस चोटी पर तिरंगा फहराने वाली रीना पहली भारतीय महिला बन गई हैं। रीना की यात्रा 14 जुलाई को शुरू हुई, जब वे अपनी टीम के साथ किर्गिज़स्तान पहुंची। 19 जुलाई को उन्होंने चढ़ाई शुरू की। बर्फीले तूफान और तेज हवाओं का सामना करते हुए, रीना ने 26 जुलाई को अपनी मंजिल पर तिरंगा लहराया।
एक 8 सदस्यीय टीम भी थी शामिल
इस सफर में उनके साथ एक 8 सदस्यीय टीम भी शामिल थी। रीना की इस उपलब्धि ने पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनके घर पर खुशी का माहौल है, और हरियाणा की इस बेटी के साहस को सभी सलाम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये फतह उनके लिए स्नो लेपर्ड मिशन का आगाज है। आपको बता दें, सोवियत संघ के पूर्ववर्ती देशों में 5 चोटियों पर चढ़ने वाले पर्वतारोहियों को 'स्नो लेपर्ड' की उपाधि दी जाती है।
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