CM नायब सिंह सैनी के थिंक टैंक बने राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल

हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश कुमार खुल्लर और सूचना, जनसंपर्क तथा भाषा व संस्कृति विभाग के कमिश्नर एंड सेक्रेटरी डॉ. अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के थिंक टैंक साबित हो रहे हैं।

Jan 5, 2025 - 17:34
Jan 5, 2025 - 17:34
 10
CM नायब सिंह सैनी के थिंक टैंक बने राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल
Advertisement
Advertisement

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश कुमार खुल्लर और सूचना, जनसंपर्क तथा भाषा व संस्कृति विभाग के कमिश्नर एंड सेक्रेटरी डॉ. अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के थिंक टैंक साबित हो रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विश्वास पात्र अधिकारियों में शामिल यह दोनों अधिकारी मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भी विश्वास पात्रों के अलावा सबसे नजदीकी अधिकारी है।

दोनों ही अधिकारी समय-समय पर जहां मुख्यमंत्री के लिए चाणक्य की भूमिका निभाते नजर आते हैं। वहीं, यह अपने अधिकारिक और रणनीति के अनुभव से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को नए-नए सुझाव भी देते रहते हैं, जिससे मुख्यमंत्री और सरकार पर जनता का विश्वास कायम हो सके और जनता से जुड़े मुद्दों को मुख्यमंत्री अपनी योजनाओं में शामिल कर प्रदेश का समुचित विकास कर पाएं। आज प्रदेश के सभी अधिकारियों में राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल ऐसे दो अधिकारी है, जो मुख्यमंत्री के सबसे करीब है। आखिरकार यह अधिकारी किस प्रकार से मुख्यमंत्री के थिंक टैंक बन गए, इसके पीछे का राज क्या है, चलिए आपको वह बताते हैं। 

खुल्लर ने दी बजट के लिए जनता की राय की योजना

राजेश खुल्लर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अत्यंत करीबी व निकटतम आईएएस अधिकारियों में से एक अधिकारी रहे। राजेश खुल्लर ने 1984 में पंजाब विश्वविद्यालय से फिजिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की थी। राजेश खुल्लर अमेरिका में विश्व बैंक से वापसी के बाद हरियाणा शिक्षा विभाग तथा हरियाणा लोक संपर्क विभाग के एससीएस के अलावा एफसीआर भी रहे। खुल्लर का सितंबर 2020 में तीन साल की अवधि के लिए विश्व बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति का शानदार करियर रहा। खुल्लर हरियाणा और केंद्र सरकार में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय में भी कार्य कर चुके हैं।

राजेश खुल्लर गुरुग्राम और फरीदाबाद के मुंसिपल कमिश्नर भी रह चुके हैं और इसके साथ ही रोहतक और सोनीपत के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। इससे पहले उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव के रूप में लगभग पांच वर्ष तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के चलते वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। हरियाणा में सत्ता व विपक्ष के अधिकांश विधायक यह मानते हैं कि राजेश खुल्लर में यह खूबी है कि वह किसी को निराश नहीं भेजते हैं। राजेश खुल्लर अपनी वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार कर्तव्य परायणता से अपने दायित्व का निर्वाह करते रहे हैं। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पार्ट-2 के दौरान राजेश खुल्लर उनके मुख्य प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किए गए थे।

राजेश खुल्लर उस समय मनोहर लाल के विश्वास पात्रों में से एक थे। मनोहरलाल के लिए चाणक्य की भूमिका निभाने वाले राजेश खुल्लर नए मुख्यमंत्री नायब सैनी के लिए भी 13 मार्च 2024 के बाद से  चाणक्य की भूमिका में रहे। नायब सैनी के लिए चाणक्य की भूमिका निभाते राजेश खुल्लर के रणनीति कौशल से हरियाणा में हैट्रिक लगी है। चुनावों में भाजपा को जीत का गुरुमंत्र देने वाले राजेश खुल्लर हरियाणा के हर राजीनितिक दल का टेंपरामेंट बेखूबी जानते हैं। चर्चा है कि देश में पहली बार बजट के लिए हरियाणा में शुरू की गई आम जनता की राय लेने की योजना और स्टार्टअप उद्योगपतियों के साथ मुलाकात कर बजट को लेकर उनकी राय लेने की पूरी प्लानिंग राजेश खुल्लर की ही थी। खुल्लर की इस योजना से जहां वित्त विभाग का काम देख रहे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आम जन की समस्याओं को जानकर उनके निदान के लिए बजट में प्रावधान कर पाएंगे। वहीं, स्टार्टअप उद्योगपतियों की राय से प्रदेश में रोजगार को भी बढ़ावा देने के लिए भी मुख्यमंत्री बजट में प्रावधान कर सकेंगे। 

हर कसौटी पर खरे उतरें खुल्लर

राजनेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री के विश्वस्त होने से लोगों को प्रशासनिक कार्य किए जाने के लिए अपेक्षाओं की कसौटी पर खुल्लर खरे उतरे चुके हैं । मनोहर सरकार के प्रधान सचिव के रूप में अतीत में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भरोसेमंद टीम में सबसे विश्वासपात्र हरियाणा सरकार में राजेश खुल्लर नायब सैनी के सीएमओ के सभी कार्यों,सभी चैयरमैनो, विधायकों व मंत्रियो को बखूबी पूरा मान-सम्मान देने व प्रशाशनिक कार्यों में दक्षता का उनका अंदाज उनकी बेहतरीन कार्यशैली का हिस्सा रहे। कई बार विकट स्थितयों में उनके द्वारा लिए गए निर्णयों से सरकार को बड़ी राहत भी मिली है।

मनोहरलाल सरकार पार्ट वन में वह लोक संपर्क विभाग के एडिशनल चीफ सेक्ट्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, जिसके चलते मीडिया के सभी वर्गों, संगठनों, पत्रकारों और संस्थानो से इनका जबदस्त सामंजस्य है। खुल्लर पहले लोक संपर्क विभाग में महानिदेशक के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। इस प्रकार के कईं अन्य कारण है जो राजेश खुल्लर को सीएमओ में सबसे पावरफुल अधिकारी बनने की कहानी ब्यां करते हैं। अपनी इन्हीं खूबियों के चलते खुल्लर पहले मनोहर लाल और अब नायब सिंह सैनी के विश्वासनीय अधिकारियों में सबसे ऊपर अपनी जगह बना चुके हैं।

अमित अग्रवाल को मिली एक के बाद एक बड़ी जिम्मेदारी

हरियाणा में नायब सरकार में सीनियर आईएएस अधिकारी डॉक्टर अमित अग्रवाल की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है। पेशे से डॉक्टर होने के बावजूद अमित अग्रवाल ने आईएएस को अपना प्रोफेशन बनाया। अमित अग्रवाल की काबलियत का ही परिणाम है कि उन्हें सरकार में सूचना, जन संपर्क तथा भाषा व संस्कृति विभाग का कमिश्नर एंड सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह डीजीआईपीआर हरियाणा के रूप में एक सफल व बेहतरीन भूमिका भी निभा चुके है। वह नायब सैनी पार्ट-1 व पार्ट-2 में भी सीएम के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्ट्ररी भी रह चुके हैं।

अमित राज्यपाल के सचिव, आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त व शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक का जिम्मा संभाल चुके हैं। इसके अलावा गुरुग्राम में असिस्टेंट कमिश्नर, हिसार में एसडीएम, पानीपत में एडीसी, फरीदाबाद में हुड्डा प्रशासक यमुनानगर, हिसार , पलवल , रोहतक  फरीदाबाद में उपायुक्त भी रहे हैं। सरकार में उनकी गिनती मेहनती,कर्मठ व साकारात्मक अधिकारियों में होती है। अब से पहले अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अतिरिक्त प्रधान सचिव-1,हरियाणा जन संपर्क एवं भाषा विभाग के डायरेक्टर जरनल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। 

मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस

मूल रूप से जयपुर के निवासी डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने वहीं के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की है, पर उन्होंने न तो वह प्राइवेट और न ही सरकारी किसी भी स्तर पर डॉक्टर के तौर पर प्रेक्टिस नहीं की। बकौल अमित अग्रवाल उन्हें चैलेंजिंग काम करना पसंद था और वह आईएएस की तैयारी में जुट गए और अपने टारगेट को एचीव किया। डॉ. अमित कुमार अग्रवाल का कहना है कि चैलेंजिंग काम करने के लिए एमबीबीएस हो जाने के बावजूद आईएएस में आए। अपने जज्बे और ईमानदारी के कारण आज वह मुख्यमंत्री के पसंदीदा अधिकारियों में शामिल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री के अधिकांश कार्यक्रमों में राजेश खुल्लर और अमित अग्रवाल दोनों की नजर आते हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

MH One News As a passionate news reporter, I am driven by an insatiable curiosity and an unwavering commitment to truth. With a keen eye for detail and a relentless pursuit of stories, I strive to deliver timely and accurate information that empowers and engages readers.