RBI ने बरकरार रखा रेपो रेट 5.5%, सस्ते नहीं होंगे Loan
त्योहारों के मौसमी समय में भी कर्जदारों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की अक्टूबर 2025 की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा है। इसका मतलब यह है कि बैंक ऋणों की ब्याज दरों में कोई कमी नहीं होगी और इसलिए लोन सस्ते नहीं होंगे। यह निर्णय बाजार की अनुमानित स्थिति के अनुरूप है, जिसमें मुद्रास्फीति नियंत्रण और आर्थिक विकास के संतुलन को ध्यान में रखा गया है।
मुख्य बिंदु:
RBI ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट 5.5% पर बरकरार रखा है। इससे लोन सस्ते नहीं होंगे और EMIs में कोई तत्काल राहत नहीं मिलेगी।
RBI ने देश की GDP वृद्धि का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% किया है, जो मजबूत घरेलू मांग का संकेत है।
MPC ने मौद्रिक नीति के लिए "तटस्थ" रुख अपनाया है, जिससे न तो करंट में दरों में वृद्धि की संभावना है और न ही भारी कटौती की।
पिछले हफ्ते जून 2025 में RBI ने 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी, लेकिन इस बैठक में कोई बदलाव नहीं किया गया।
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने और व्यापारिक अनिश्चितताओं का हवाला दिया।
इसलिए, त्योहारों के मौसमी समय में भी कर्जदारों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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