लोग घर बैठे ही ले रहे रामलीला का आनंद, कोरोना काल में नारनौल के श्री धार्मिक रामलीला ट्रस्ट ने की थी पहल
दक्षिण हरियाणा खासकर नारनौल-महेन्द्रगढ़ ऐतिहासिक नगरी होने के साथ-साथ संगीतत्मय क्षेत्र भी है, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किसी ना किसी रुप में हर रोज कही ना कही होते है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : दक्षिण हरियाणा खासकर नारनौल-महेन्द्रगढ़ ऐतिहासिक नगरी होने के साथ-साथ संगीतत्मय क्षेत्र भी है, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किसी ना किसी रुप में हर रोज कही ना कही होते है। यह एक बहुत बड़ा कारण है के पूरा शहर नारनौल एक परिवार की तरह है। यहां कलाकारों के साथ-साथ दर्शक भी विश्व की सबसे बड़ी असरदार गायकी हाथरस का पूरा आनंद उठाते है जो कि सुरों व ताल को बखूबी समझता है।
अधिकतर कार्यक्रमों का प्रिट मिडिया (अखबारों) के माध्यम से जन-जन को पता लग जाता है और कितनी बड़ी बात है के सभी कलाप्रेमी अखबारों में आई खबरों का सम्मान करते हुए उस खबर को न्यौता (बुलावा) समझ आयोजित कार्यक्रमों में पहुंच उनका आनन्द उठाते है। अखबार हमारे समाज की इतनी मजबूत कड़ी है के गांव को शहर से शहरों को महानगरों से तथा देश विदेश से जुड़े रहता है अपने संबंधों की आत्मा अखबार को ही कहा जा सकता है। कल मकारों द्वारा लिखित हर शब्द कहीं ना कहीं किसी ने किसी के लिए अवश्य ही वरदान सिद्ध होते है इन्हीं के कारण सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक वर्ग का हर इंसान प्राप्त करता है। खासकर अपने दक्षिण हरियाणा में सभी लेखक मां सरस्वती पुत्र अपनी लेखनी के माध्यम से प्रदेश की लोक संस्कृति के साथ-साथ रंगमंच तथा कला से जुड़े सभी कलाकारों का जो प्रचार प्रसार कर रहे है वह निशब्द है।
ऐसा बताया मनमोहन सोनी ने जो के स्वर्गीय ज्ञान चंद सोनी के पुत्र है बाल काल से रामलीला में प्रमुख किरदार निभाते रहे है। फिलहाल चंडीगढ़ में जी.एम.ओ के पद पर कार्यरत मनमोहन सोनी आरम्भ से ही कलाप्रेमी है, जो यूट्यूब पर अपने चैनल (हरियाणवीं फोक एचडी) के माध्यम से सैकड़ों विडियो द्वारा की असली लोक संस्कृति जन-जन तक पहुंचाना अपना कर्त व्य में व्यस्त है। अच्छी लेखनी तथा संगीत को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी उन्हें सम्मानित कर चुके। कोरोना काल के चलते पूरे देश में जब लॉकडाउन लगाया था तब श्री धार्मिक रामलीला ट्रस्ट मौ. चानूवाड़ा (नारनौल) के प्रधान सत्यनारायण हरित, शिम्भूदयाल, भारत बोहरा व मा. जगदीश जी की कृपा से उक्त चैनल के माध्यम से रामलीला शूट कर, उन्हें धारावाहिक का रुप दें जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया, जोकि प्रदेश में पहली बार हुआ था।
सभी की रुचि को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2021 में भी इसी चैनल ने श्री कृष्णा ड्रामेटिक कल्ब नारनौल व उक्त रामलीला के सहयोग से रामलीला का ऑनलाइन प्रसारण किया। सभी के आर्शीवाद, प्यार व मार्ग दर्शन को देखते हुए हरि. सां. एवं लो. कला मंच नारनौल के सहयोग से इस वर्ष भी चैनल (हरियाणवी फोक एचडी) से ऑनलाइन रामलीला का प्रसारण आप सभी के लिए कर रहा है, ताकि जो बुजुर्ग , मात्रशक्ति, बच्चे तथा प्रदेश में रह रहे कला प्रेमी जो अनेक कारणों से रामलीला परिसर में जाकर रामलीला के मंचन का लाभ नही उठा सकते वो अपने घर पर ही एक नही बल्के पांच रामलीलाओं के मंचनों का सामूहिक आनन्द उठा सके। चैनल पूरा प्रयास करेगा के सिटी के बल के माध्यम से भी रामलीला का मंचन आप तक पहुंचाये ताकि आस-पास के क्षेत्र में भी सभी कला प्रेमी रामलीला के आनन्द का लाभ उठा सके।
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