उत्तराखंड-हिमाचल में कुदरत का कहर! उत्तरकाशी में बादल फटने से होटल निर्माण स्थल तबाह
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया है कि जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ में बादल फटने से निर्माणाधीन होटल साइट को भारी नुकसान पहुंचा है। निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे 8-9 मजदूर लापता हैं। पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर रवाना हो गई हैं।

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया है कि जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ में बादल फटने से निर्माणाधीन होटल साइट को भारी नुकसान पहुंचा है। निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे 8-9 मजदूर लापता हैं। पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर रवाना हो गई हैं।
इससे पहले कल हुआ था नुकसान
इससे पहले यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कुथनौर से पाली गाड़ के बीच का भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र एक बार फिर सक्रिय हो गया है। यह क्षेत्र ''सिंकिंग जोन'' घोषित होने के कारण ट्रीटमेंट का कार्य एक एजेंसी को सौंपा गया था। हालांकि, ट्रीटमेंट कार्य हाल ही में पूरा किया गया था, लेकिन शनिवार को हुई हल्की बारिश ने सारी व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
बारिश के बाद पहाड़ी से गिर रहा मलबा
बीते शुक्रवार मध्य रात्रि से हुई वर्षा के बाद करीब 100 मीटर लंबे पैच पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिरने लगा, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया। मार्ग से मलबा हटाने के बाद भी सड़क की हालत इतनी बदतर है कि छोटे वाहन लगातार फंस रहे हैं। इससे चारधाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय लोगों व वाहन चालकों का कहना है कि यह इलाका वर्षों से संवेदनशील रहा है, बावजूद इसके स्थायी समाधान के बजाय केवल अस्थायी ट्रीटमेंट कर खानापूर्ति की गई। उन्होंने मांग की है कि शासन-प्रशासन इस क्षेत्र का स्थायी व तकनीकी रूप से मजबूत समाधान सुनिश्चित करे ताकि वर्षा काल में यात्रियों की जान जोखिम में न पड़े।What's Your Reaction?






